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ये इश्क बडा बेदर्दी है- बदायूं में 4 बच्चों को छोड़ समधी-समधन फरार

बदांयू 19 अप्रैल। किसी शायर ने सच ही कहा है,,ये इश्क बडा बेदर्दी है- बेदर्दी ने मुश्किल कर दी है,, बदांयू में अपने समधी के साथ फरार समधन पर फिट बैठती है। जो अपने बच्चों को छोड़ मान मर्यादा तोड अपनी बेटी के ससुर, समधी के साथ बाकी जिंदगी गुजारने को दोनों घर छोड़कर भाग गए।महिला के बेटे का कहना है कि हर तीसरे दिन मम्मी समधी को मिलने के लिए बुलाती थी और घर में उसी के साथ रहती थी। हम लोगों को दूसरे कमरे में भेज दिया जाता था।

बदायूं के दातागंज कोतवाली क्षेत्र के एक कस्बे में बेशर्मी की हदें पार करते हुए एक समधन समधी संग फरार हो गई।
बदलते दौर के साथ जैसे फिल्मों में मोहब्बत का मुकाम भी बदलता जा रहा है। पहले प्यार एक खूबसूरत अहसास होता था, जिसे चाहो, उसे चुपके-चुपके याद करो और देखकर मुस्कुराते रहो। आज के दौर में मोहब्बत ‘इश्क मोहब्बत’ के मायने बदल चुके हैं, मोहब्बत अब जरुरत बन चुकी है, भले ही किसी कीमत पर। अब मोहब्बत की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिन्हें जानकर न सिर्फ आपका सर शर्म से झुक जाएगा, आप सिर पीट लेंगे, बल्कि हर गुजरते दिन के साथ ढहती सामाजिक मर्यादाओं पर शर्मिंदा हो जाएंगे। अलीगढ़, मेरठ और बरेली से सामने आई घटनाओं के बाद अब मोहब्बत का ट्रेडमार्क चिपकाकर बदायूं में एक महिला अपने चार बच्चों को छोड अपनी बेटी के समधी के साथ फरार हो गई।
हैरानी की बात यह है कि 43 साल की महिला के चार बच्चे होते हुए अपनी बेटी के ससुर से इश्क हुआ। एक लड़की की शादी 2022 में हो चुकी है। उसी बेटी के ससुर सिविल लाइन थाना क्षेत्र के निवासी अपने समधी 46 साल के शैलेंद्र के साथ महिला को प्यार हो गया, मान मर्यादा का ख्याल ना करके उसने समधी के साथ जीवन गुजारने का फैसला कर लिया।

महिला का पति ट्रक ड्राइवर है, जो ज्यादातर काम के सिलसिले में बाहर ही रहता है,उसकी गैरमौजूदगी में पत्नी अपनी जरूरतों को पूरा करने को समधी को घर बुलाती थी। इसी बीच महिला का समधी से इश्क गहराता गया और दोनों ने साथ रहने का फैसला कर लिया।

महिला के पति सुनील कुमार का कहना है कि वो ट्रक ड्राइवर है। इस कारण घर पर कम ही रहता है। पत्नी को जब भी जरूरत होती थी, पैसे भेज दिया करता था। मेरे पीठ पीछे पत्नी समधी शैलेंद्र को बुलाती थी। आरोपी रोडवेज बस का सरकारी ड्राइवर है। पति का कहना है कि उसकी पत्नी पहले भी तीन बार समधी के साथ भाग चुकी है। इसके बाद भी बच्चों की खातिर पत्नी को घर में रखा, लेकिन, उसमें कोई सुधार नहीं हुआ। इसी बीच बेटे से मुझे पत्नी के फिर से फरार होने की खबर मिली।

आरोपी समधी का भी भरा-पूरा परिवार है इसके बावजूद वह उसकी पत्नी के साथ फरार हो गया। उसने यह भी बताया कि पुलिस के पास पहुंचा तो कोई पुख्ता जानकारी नहीं दी गई। यहां तक कि पत्नी घर में रखा सारा जेवर और रुपये भी लेकर भाग गई।

इस घटना को लेकर महिला के बेटे का कहना है कि पिताजी घर पर ज्यादा नहीं रहते थे। हर तीसरे दिन मम्मी समधी को मिलने के लिए बुलाती थी और घर में उसी के साथ रहती थी। हम लोगों को दूसरे कमरे में भेज दिया जाता था। इसी बीच मम्मी अपने समधी के साथ ऑटो में बैठकर चली गई।

पड़ोसी
महिला के पड़ोसियों ने बताया कि उसके समधी का आना-जाना लगा रहता था, लेकिन रिश्तेदार समझकर किसी ने आपत्ति नहीं जताई। वो रात को आता था और सुबह निकल जाता था। हमें तो यही लगता था रिश्तेदार है। पूरे मामले में इंस्पेक्टर गोरव बिश्नोई का कहना है कि एक प्रार्थना पत्र के माध्यम से इसकी जानकारी मिली है। पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।