म्याऊं: उसावा थाना क्षेत्र के गांव चिकन नगरिया में बीते दिन शुक्रवार शाम के समय आतिशबाजी बनाते, समय विस्फोट हो गया था। जिसमें दो युवकों की मौके पर ही मौत हुई थी। साथ में ही दो बच्ची भी घायल हुई थी। जहां मौके पर जानकारी मिलते ही क्षेत्रीय विधायक दातागंज राजीव कुमार सिंह उर्फ बाबू भैया एवं जिला अधिकारी निधि श्रीवास्तव एसएसपी बदायूं एवं क्षेत्रीय अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। जिन्होंने मौके पर पहुंचकर जेसीबी के द्वारा रेस्क्यू कराया जहां दोनों के शव को बाहर निकाल करके शुक्रवार शाम को ही एंबुलेंस की मदद से बदायूं पोस्टमार्टम को भेज दिए थे। जहां दोनों के पोस्टमार्टम होने के बाद शनिवार दोपहर बाद लगभग 4:00 बजे गांव के शमशान घाट में दोनों का अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में गांव एवं क्षेत्र के हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे। वहीं पूरा गांव गमगीन के माहौल में डूबा रहा। चिकन नगरिया निवासी राहुल उर्फ उमेश चंद्र(36) पुत्र वीरसहाय, मनोज(32) पुत्र श्रीपाल दोनों युवक उमेश चंद्र के बने दो मंजिला मकान पर ऊपर आतिशबाजी बनाने का कार्य कर रहे थे। उसी समय लगभग साढे पांच बजे आतिशबाजी में विस्फोट हो गया। विस्फोट इतना भयानक था, कि दो मंजिला मकान पूरा ध्वस्त हो गया। जिसमें विस्फोट इतना जोरदार था। कि उमेश चंद्र का शव पड़ोसी मनोज की छत पर जा गिरा। वहीं मनोज लेंटर के नीचे दब गया। बताते चलें कि मृतक उमेश चंद्र की पांच बच्चे हैं। जिनमें एक बेटी एवं चार बेटे हैं। उधर मृतक मनोज (32)वर्षीय के तीन बेटियां हैं। दोनों युवक आतिशबाजी बनाकर शादी विवाह में चलने का काम करते थे। इसी के साथ जानकारी के अनुसार बता दूं कि अब से लगभग 7 वर्ष पहले मृतक उमेश चंद्र का छोटा भाई सुमित की भी मौत आतिशबाजी विस्फोट में उसावां में हुई थी। मृतक उमेश चंद्र सात भाई थे। जिसमें मृतक चौथे नंबर का था। वहीं घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची डीएम ने बारीकी से घटना के बारे में जांच पड़ताल की। जहां पूरी घटना की जांच क्षेत्राधिकारी उझानी को दी है। एसपी बृजेश कुमार सिंह ने हल्का के सिपाही मायास्वरूप को लाईन हाजिर कर दिया। बताते हैं कि उमेश चंद्र की दुकान पटाखे बेचने का लायसेंस हजरतपुर के नाम से लाइसेंस था। जो कि दीपावली के समय भी दुकान नहीं खुली थी।
