वजीरगंज बदायूं
कस्बे से एक किलोमीटर दूर वजीरगंज आवला मार्गं पर ऊंचे टीले पर बिराजमान शक्तिपीठ स्थल जगत जननी मां राजराजेश्वरी मंगला माता के प्रसिद्ध एवं ऐतिहासिक देवी मेलें का उद्घाटन शनिवार को मेला अध्यक्ष निक्की वार्ष्णेय एवं सैकड़ो श्रद्धालुओं के बीच सदर विधायक एवं पूर्व राज्यमंत्री महेश चंद्र गुप्ता द्वारा हवन पूजन एवं फीता काट कर किया गया
नगर पंचायत वजीरगंज के अधीन लगने वाला यह ऐतिहासिक देवी मेला प्रसिद्धि एवं बरदायिनी जगत जननी मां राजराजेश्वरी मंगला माता से भक्तों द्वारा मांगी गई हर मुराद पूरी होती है वैसे तो माता रानी के इस चमत्कारी दरबार में रोज ही भक्तों का तांता लगा रहता है लेकिन नवरात्रि शुरू होते ही ऊंचे टीले वाली माता रानी के दरबार में हजारों श्रद्धालु रोज ही पूजा पाठ कर मनौतिया मांगते हैं चैत की पूर्णिमा से इस भव्य दरबार में कस्बा सहित दुर दुर से आकर श्रद्धालु परिवार सहित माता रानी की जात करते हैं तथा मन्दिर परिसर एवं रैन बसेरे में बैठकर प्रसाद ग्रहण करते हैं मन्दिर पर श्रद्धालु अपने बच्चों का मुंडन संस्कार भी कराते हैं मान्यता है कि यहां मुंडन संस्कार कराए गए बच्चे बुद्धिमान एवं दीर्घायु को प्राप्त करते हैं यहां मां से मांगी गई हर मुराद पूरी होती है मनौतियां पूर्ण होने पर भक्तगण रोज ही मेले में भंडारों का आयोजन भी करते हैं श्रद्धालु माता रानी की पूजा अर्चना करने के बाद सड़क किनारे बरी वाले महाराज की भी पूजा अर्चना कर मनौतिया मांगते हैं इस शक्तिपीठ स्थल का जिक्र इतिहास में भी है जो अपनी ऐतिहासिकता के लिए प्रसिद्ध है इस ऊंचे टीले का पुरातत्व विभाग की टीम ने भी सर्वेक्षण किया गया जिसमें डॉ अनूप रंजन डॉ मनोज शर्मा प्राचीन इतिहासकार और डॉक्टर के सी गोस्वामी पुरातत्व वेत्ताओं के साथ डॉक्टर लाखन सिंह पूर्व ब्लाक प्रमुख की टीम ने मंदिर सहित पूरे टीले का सर्वेक्षण किया सर्वेक्षण के बाद पाया गया की यह टीला रामायण कालीन एवं महाभारत कालीन समय का है वही मध्यकाल में इस टीले पर आल्हा ऊदल और बिशनगढ़ जो कि अव बिसौली के नाम से जाना जाता है यहां के राजा गजराजा और आल्हा ऊदल के मध्य भयंकर युद्ध हुआ था जिसमें गज राजा को पराजय का सामना करना पड़ा था आज भी इस टीले पर बरसात का पानी लाल रंग में बहता हुआ नजर आता है जो इसकी ऐतिहासिकता और प्रसिद्धि का उदाहरण है माता रानी का यह दरबार अपने भक्तों पर हमेशा दया और कृपा की बरसात करता रहता है जो भी भक्त यहां आकर सच्चे हृदय से माता रानी की पूजा अर्चना करने के बाद मनौतिया मांगता है उसकी मनौतिया पूर्ण होती हैं दूर-दूर से लोग आकर माता रानी के दरबार में विशाल भंडारों का भी आयोजन करते हैं और माता रानी के दरबार में घंटे एवं अनु वस्तुओं का भी चढ़ावा करते इस ऊंचे टीले पर जहां चारों ओर हरियाली हरियाली है वही मंदिर के समीप सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता के प्रयास से रेन बसेरा का ही निर्माण कराया गया इसमें श्रद्धालु रोक कर आराम भी फरमाते हैं मेले में दूर-दूर से दुकानदार आकर अपनी दुकान लगाते हैं जिसमें बांस एवं लकड़ी बाजार पत्थर बाजार मिट्टी से बने हुए सुंदर-सुंदर बर्तन दरी तथा कालीन बाजार मीना बाजार वही बच्चों से लेकर युवाओं के मनोरंजन के लिए चरक झूले ब्रेक डांस झूले नाव झूले काला जादू सर्कस मौत का कुआं एवं सांस्कृतिक प्रोग्राम से मिला दिन रात गुलजार रहता है वहीं खाने पीने के लिए मेले में चार्ट पकौड़ी टिक्की गोलगप्पे चाऊमीन डौसा बर्गर चिला आइसक्रीम जूस कोल्ड ड्रिंक जलजीरा की भी धूम रहती है सुरक्षा की दृष्टि से थाना पुलिस की कोतवाली के साथ-साथ पीएसी के जवान भी फिर रात मेले की निगरानी करते हुए नजर आते हैं वहीं दमकल विभाग की भी टीम अपनी गाड़ी के साथ मेले में मुस्तादी के साथ रहते हैं मेरा परिसर में स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी एक कैंप लगाया जाता है जिस किसी भी श्रद्धालु को कोई परेशानी हो तो उसे फौरन उपचार दिया जा सके
इस मौके पर अध्यक्ष पुत्र जहीर आलम अधिशासी अधिकारी अखिलेश दीक्षित वरिष्ठ लिपिक शहंशाह अब्बास टीनू प्रताप सिंह सभासद रंजीत सिंह सभासद राजेश कुमार सभासद ओंकार सिंह सभासद विटन सिंह पहलवान पर सभासद पवन खरे पूर्व सभासद के साथ-साथ सैकड़ो लोग उद्घाटन समारोह में मौजूद रहे
