*नमस्ते जी
*
“आचार्य संजीव रूप ”
*चैत्र – शुक्ल – चतुर्दशी – २०८२*
* 1 2 अप्रैल 2025*
~~~~~~~~~~~~~~~~
दिन —– *शनिवार*
तिथि — *पूर्णिमा*
नक्षत्र — *हस्त*
पक्ष —— *शुक्ल*
माह– — *चैत्र*
ऋतु ——- *बसंत* 18 अप्रैल तक
सूर्य —- *उत्तरायण*
गोल – *उत्तर*
विक्रम सम्वत — 2082
दयानन्दाब्द — 201
शक सम्बत -. 1946
कलयुगाब्द,: 5127
सृष्टिसम्वत- 1960853126
*सूर्योदय-/सूर्यास्त* (दिल्ली- 5:59/ 6ः 46 (लखनऊ : 5:42/ 6:30
सूर्य : मीन राशि / चन्द्र : तुला
ब्रह्म मुहूर्त : 4:36 से 5:24
*रूप वाणी*
बिना किसी धार्मिक चिन्ह को धारण किए, बिना किसी भेद भाव के, बिना किसी मूर्ति के बिना किसी पूजा सामग्री के जिस स्थान पर परमात्मा की सच्ची स्तुति प्रार्थना होती है वह सर्वश्रेष्ठ धर्मस्थल विद्यालय ही हैं !
*पहला सुख निरोगी काया*
संतरा : (नारंगी ):
नारंगी रक्त की सफाई करती है,प्यास कम करती है
*संजीव रूप*
सरस वेदकथाकार,पुरोहित,कवि
-यज्ञतीर्थ- गुधनी-बदायूँ(उप्र)
9997386782 9870989072
यूट्यूब चैनल : roopvani