बदांयू 11 अप्रैल।
पिछले दो महीने में टमाटर की कीमतों में आई भारी गिरावट ने किसानों की उम्मीदें तोड़ दी हैं। फरवरी में जहां टमाटर 50 से 60 रुपये किलो तक में बिक रहा था, अब वही टमाटर मंडियों में दस रुपये किलो तक आ गया है। किसानों को उनकी फसल की लागत तक वापस नहीं मिल रही, जिससे खेती किसानों के लिए घाटे का सौदा बनती जा रही है।—————————-*
टमाटर की फसल में खाद, बीज, पानी, दवाई, मजदूरी और मंडी तक ढुलाई का खर्च मिलाकर लागत करीब 10 रुपये प्रति किलो से अधिक पड़ती है। बाजार में 10 रुपये किलो का दाम मिल रहा है।
हरी मौर्य, किसान।—————————————–
जनवरी की शुरुआत में टमाटर के दाम अच्छे थे। लगभग एक बीघे में टमाटर लगा दिया, लेकिन टमाटर तैयार हो पाता तब तक उसका भाव 5 से 10 रुपये किलो रह गया। ऐसे में क्या मंडी लें जाएगें और क्या लागत निकालेंगे।
रामसिंह मौर्य, किसान।—————————————–
किसान के साथ उन लोगों को भी नुकसान हुआ है, क्योंकि जब टमाटर में तेजी थी, तो हमने किसानों को एडवांस में रुपये दे दिए। अब टमाटर के भाव में मंदी आ गई। रामेश्वर आढती।————————— सोम्य सोनी।