Pushpa हे पुरुष महान मैं नहीं तुम हो । तुम न हो तो मेरा श्रृंगार अधूरा रहता है। तुम न हो तो मुझे माँ का दर्जा भी न मिले.... तुम्हारी वजह से मुझे भाभी,माँ, मौसी,मामी, चाची ये तमाम रिश्ते मिलते हैं....