Pushpa जीवन में कुछ बातें अवश्य । जहाँ आदर नहीं वहाँ जाना मत, जो सुनता नहीं उसे समझाना मत, जो हजम ना हो उसे खाना मत, जो सच बोलने से रूठे उसे मनाना मत।