श्री राम चंद्र मिशन, हार्टफुलनेस संस्था और भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त तत्वाधान में आज सालारपुर ब्लॉक के ग्राम सालारपुर के ग्राम बरा देगदार, भगवतीपुर घेर तथा जगत के मझिया ग्राम में एकात्म अभियान के तीन दिवसीय शिविर के दूसरे दिवस का सत्र पर पूर्ण हुआ। प्रशिक्षक नीरज कुमार और अशोक कुमार सिंह द्वारा ध्यान सत्रों को आयोजित किया गया और ग्रामीणों ने अपने सुखद अनुभव को बताते हुए कहा कि मन में शांति और खालीपन महसूस हो रहा है। दूसरी ओर सालारपुर के ग्राम रजलामई और उझानी ब्लॉक के ग्राम भरकुईयां एकात्म अभियान शिविर के शुभारंभ किया गया। प्रशिक्षक लखन सिंह द्वारा कहा कि नियति का पहला सिद्धांत यह है कि इसे हम केवल वर्तमान में ही बदल सकते हैं और यह बदलाव ईश्वरीय भक्ति से भरे हुए हृदय पर ध्यान करने से आसान हो सकता है।
उन्होंने बताया भगवत गीता के 15वें अध्याय के 15वें श्लोक में, भगवान कृष्ण कहते हैं कि “मैं सभी प्राणियों के हृदय में स्थित हूँ, मुझमें ही स्मृति, ज्ञान और संशय का नाश होता है।”
हम हृदय में उसको ध्यान के माध्यम से महसूस कर उससे एकात्म की दशा प्राप्त कर सकते हैं। यही एकात्म अभियान का प्रमुख उद्देश्य भी है।
भगवतीपुर के ग्राम प्रधान चरन सिंह द्वारा ग्रामीण किसानों भाईयों को कृषि हेतु वायोचार और जीवामृत को तैयार करने का सरल तरीका बताते हुए बताया कि इसके प्रयोग से फसल में 32 प्रतिशत तक इजाफा हो सकता है। उन्होंने कहा कि किसान पराली आदि को नष्ट कर देते हैं और यही तकनीकी से जलाये तो वायो चार या चारकोल बन सकता है। प्रशिक्षक अशोक कुमार सिंह ने बताया कि हार्टफुलनेस के वैश्विक मार्गदर्शक पूज्य दाजी के मार्गदर्शन में हार्टफुलनेस के गाइडेड ध्यान को अपनाकर विश्व के करोड़ों जिज्ञासु आध्यात्मिक लाभ ले रहे हैं और श्रृषिमुनियों की ध्यान योग की संस्कृति से परिचित हो रहे हैं।
विभिन्न गाँव में एकात्म शिविर में प्रशिक्षक लखन सिंह, नीरज कुमार और अशोक कुमार सिंह द्वारा संचालित करते हुए ध्यान के माध्यम से तनाव मुक्त जीवन जीने का मंत्र दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में कीर्ति गोयल, जसकरन वर्मा, रोहित,सपना, पुष्पेन्द्र सिंह, नेम सिंह, प्रिंसी, रेखा, हिमांशु , ममता, संजीव कुमार सिंह, मिथलेश, महेश राठौर, सुनील, आदि का विशेष सहयोग रहा।
