।********* बदांयू 10 मार्च। अलापुर थाने के एक गांव निवासी की एक माह से लापता बेटी की कल जानकारी करने थाने गये पिता से पहरे पर मौजूद संतरी बोला- कल आना आज साहब मिल नहीं सकते भारत न्यूजीलैंड का फायनल मैच देख रहे हैं। अजीब बिडंवना है कि 10 फरवरी को अलापुर थाने के एक गांव निवासी की बेटी प्रैक्टीकल देने के बहाने घर से निकली। वापस ना पहुंचने पर खोजबीन करने पर पता चला कि शिक्षक अभिषेक निवासी बदायूं व अजय निवासी अलापुर व दो अन्य लोग बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गये। अलापुर थाने के इंस्पेक्टर धनंजय सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच एसआई महेन्द्र सिंह को सोंप दी। एक माह में लाचार पिता ने मुख्यमंत्री के जनता दरबार से लेकर पुलिस महानिरीक्षक, डीएम, एसएसपी के दरबार में भी हाजिरी लगाई। प्रार्थना पत्र पर सिर्फ उचित कार्रवाई का ठप्पा लगाकर अधिकारियों ने ऐप्लिकेशन अलापुर थाने रैफर कर दी, नतीजा सिफर रहा क्योंकि अलापुर पुलिस की बिटिया को खोजने में दिलचस्पी ही नहीं।—————————————- दर-दर भटका पिता- पुलिस ने आईजीआरएस पोर्टल पर जबाव भेज दिया कि दो लोगों से पूछताछ की मगर वह लड़की के बारे में कोई जानकारी नहीं दे सके। पुलिस ने नामजद आरोपी शिक्षक के घरवालों का तो ज़वाब में जिक्र तक नहीं किया। अपने बचने का रास्ता निकाल इतिश्री कर ली, भले ही पिता लड़की की बरामदगी को दर-दर भटके।—————————————– मजबूर पिता एसडीएम से लेकर 3-3-25 को मुख्यमंत्री के जनता दरबार तक गया, मगर बेटी की बरामदगी एक माह बाद भी ना हो सकी। थाने के चक्कर लगाते लगाते चप्पलें घिस गई। अब मजबूर पिता ने प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति से बेटी की बरामदगी को अलापुर पुलिस को आदेशित करने की गुहार लगाई है।-
