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पालिका अध्यक्ष ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर फूलमाला पहनाकर, दीप प्रज्वलित किया।
बदायूं। दास कॉलेज में मुख्य अतिथि पालिका अध्यक्ष फात्मा रजा ने हो रहे प्रतिस्पर्धा वार्षिक क्रीड़ा प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर बॉक्सिंग जीत कर आए पांच छात्र/छात्राओं का उत्साहवर्धन किया।
इस कार्यक्रम में दास डिग्री कॉलेज के प्राचार्य आशीष कुमार सक्सेना ने मुख्य अतिथि फात्मा रजा को प्रतीक चिन्ह भेंट कर और शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इसके साथ ही प्राचार्य ने विशिष्ट अतिथि अपर जिलाधिकारी प्रशासन अरुण कुमार एवं विशिष्ट अतिथि सेवानिवृत प्रोफेसर मधु गौतम को भी प्रतीक चिन्ह व शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
प्रतिस्पर्धा वार्षिक क्रीड़ा प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि पालिकाध्यक्ष फात्मा ने कहा कि आज के समय में खेल जीवन का महत्वपूर्ण अंग बन गया है। खेलों के माध्यम से जहां शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है वहीं रोजगार के भी विभिन्न अवसर प्राप्त होते हैं। राज्य और केंद्र सरकार भी विद्यालय, महाविद्यालय व विश्वविद्यालय स्तर पर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिताओं का आयोजन करती रहती है। उन्होंने कहा कि खेल व्यक्ति के शरीर के साथ-साथ मानसिक मजबूती भी प्रदान करता है। कहा कि छात्राओं को शिक्षा के साथ-साथ खेलों में बढ़ चढक़र भाग लेने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि आज के भाग दौड़ भरे जीवन में खेलों के माध्यम से शरीर को स्वस्थ तंदुरुस्त रखकर एक स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है, और पालिकाध्यक्ष ने छात्र/छात्राओं को एक महत्वपूर्ण बात यह भी समझाई कि कभी हमें अपने जीवन में नकारात्मक सोच नहीं रखनी चाहिए हमेशा सकारात्मक सोच रखनी चाहिए चाहे जीवन में कितने भी उतार चढ़ाव आए।
प्राचार्य डॉ आशीष कुमार सक्सेना ने कहा कि पालिका अध्यक्ष फात्मा रजा ने इसी कॉलेज से ही राजनीति शास्त्र में अपनी शिक्षा ग्रहण की है और आज वह हमारे बीच शहर की एक सम्मानित व जिम्मेदार पद पर आसीन है। पालिकाध्यक्ष हमारे कॉलेज का वो कोहिनूर हीरा है जो समजहित में सराहनीय कार्य कर रही है।
प्रतिस्पर्धा वार्षिक क्रीड़ा कार्यक्रम में दास कॉलेज के क्रीड़ा अधिकारी प्रिंस विशाल दीक्षित, सेवानिवृत्त प्राचार्य डॉ संजीव कुमार सक्सेना, डॉ संतोष कुमार सिंह चीफ प्रॉक्टर, प्रोफेसर डॉ मनवीर सिंह, प्रोफेसर डॉ शिवराज सिंह, प्रोफेसर डॉ वीरेंद्र शुक्ला के साथ साथ कॉलेज का समस्त स्टाफ और छात्र/छात्राएं मौजूद थे।