बदायूँ: 06 मार्च। डायट परिसर स्थित ऑडिटोरियम में गुरुवार को पारदर्शी तरीके से वर्ष 2025-26 के लिए ई-लॉटरी के माध्यम से मदिरा की दुकानों का व्यवस्थापन का कार्य राज्य सरकार द्वारा नामित पर्यवेक्षक व सचिव बेसिक शिक्षा डॉ0 सारिका मोहन की उपस्थिति में संपन्न हुआ। कुल 8282 आवेदनों में से 336 दुकानों का व्यवस्थापन का कार्य आवेदकों के समक्ष किया गया। उपस्थित आवेदक पूरी प्रक्रिया से संतुष्ट नजर आए। इस अवसर पर डीएम निधि श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।
जिलाधिकारी/लाइसेंस प्राधिकारी निधि श्रीवास्तव ने बताया कि आबकारी नीति व शासनादेश के क्रम में ई-लॉटरी के लिए 8284 आवेदन प्राप्त हुए थे जिनमें दो अनर्ह पाए गए। कुल 8282 आवेदनों में से 336 मदिरा की दुकानों का व्यवस्थापन का कार्य गुरुवार को पूरी पारदर्शित प्रक्रिया के साथ किया गया।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2025-26 के लिए ई-लॉटरी के माध्यम से आवंटन किया गया है जिसमें देसी मदिरा की 256, मॉडल शॉप 02, भांग की दुकान 03 व कंपोजिट शॉप के लिए 75 सहित कुल 336 मदिरा की दुकानों के लिए व्यवस्थापन का कार्य संपन्न हुआ। उन्होंने बताया कि मदिरा दुकानों के अंतिम आवंटन को आवेदकों के समक्ष पढ़कर सुनाया गया तथा साथ ही उसे चस्पा भी किया गया।
जिला आबकारी अधिकारी संजीव कुमार सिंह ने बताया कि देसी शराब की दुकानों के लिए 6212, मॉडल शॉप के लिए 33, कंपोजिट शॉप के लिए 2032 और भांग की दुकानों के लिए 05 आवेदनों में से सिमुलेशन व तत्पश्चात रेंडमाइजेशन के माध्यम से ई-लॉटरी के माध्यम से व्यवस्थापन का कार्य संपन्न किया गया।
उन्होंने बताया कि आवेदनों के आवंटन की प्रायिकता लगभग बराबर रही। उन्होंने कहा कि सफल आवेदकों को अपनी लाइसेंस फीस निर्धारित समय अवधि में जमा करनी होगी। उन्होंने बताया कि आईआईटी कानपुर द्वारा अप्रूव्ड एल्गोरिथम का उपयोग किया गया है।
इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व वैभव शर्मा, आबकारी विभाग के मंडलीय अधिकारी, आबकारी निरीक्षक व अन्य अधिकारी व आवेदक मौजूद रहे।
