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सरोजिनी नायडू को 1925 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया और बाद में 1947 में संयुक्त प्रांत की राज्यपाल बनीं: ओमकार सिंह

बदायूँ : आज दिनाँक 2 मार्च 2025 को जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ओमकार सिंह की अध्यक्षता में उनके प्राइवेट बस स्टैंड स्थित कैम्प कार्यालय पर सरोजिनी नायडू की पुण्यतिथि का आयोजन किया गया इस अवसर पर कांग्रेसियों ने जिलाध्यक्ष ओमकार सिंह के नेतृत्व में सरोजिनी नायडू के चित्र पर मालार्पण कर उनको याद किया उपस्थित कांग्रेसजनों को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष ओमकार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि सरोजिनी नायडू का जन्म 13 फरवरी, 1879 को हैदराबाद में हुआ था। उनके पिता अघोरनाथ चट्टोपाध्याय एक बंगाली ब्राह्मण थे, जो हैदराबाद में निज़ाम कॉलेज के प्रिंसिपल थे। उनकी शिक्षा मद्रास, लंदन और कैम्ब्रिज में हुई। इंग्लैंड में रहने के बाद, जहाँ उन्होंने मताधिकार के लिए काम किया, वे ब्रिटिश शासन से भारत की स्वतंत्रता के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के आंदोलन की ओर आकर्षित हुईं। उन्होंने कहा वह भारतीय राष्ट्रवादी आंदोलन का हिस्सा बन गईं और महात्मा गांधी और उनके स्वराज के विचार की अनुयायी बन गईं। 1930 के नमक मार्च में भाग लेने के लिए उन्हें गांधी, जवाहरलाल नेहरू और मदन मोहन मालवीय सहित अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ गिरफ्तार किया गया था। सरोजिनी सविनय अवज्ञा आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन का नेतृत्व करने वाली प्रमुख हस्तियों में से एक थीं। उस समय उन्हें ब्रिटिश अधिकारियों द्वारा बार-बार गिरफ्तार किया गया और यहां तक कि 21 महीने (1 वर्ष 9 महीने) जेल में भी बिताने पड़े। उन्हें 1925 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया और बाद में 1947 में संयुक्त प्रांत की राज्यपाल बनीं, जो भारत के डोमिनियन में राज्यपाल का पद संभालने वाली पहली महिला बनीं। कवि के रूप में उनके काम ने उन्हें महात्मा गांधी द्वारा ‘भारत की कोकिला’ या ‘भारत कोकिला’ की उपाधि दिलाई, क्योंकि उनकी कविता में रंग, कल्पना और गीतात्मक गुणवत्ता थी। नायडू की कविताओं में बच्चों की कविताएँ और देशभक्ति, रोमांस और त्रासदी जैसे अधिक गंभीर विषयों पर लिखी गई अन्य कविताएँ शामिल हैं। 1912 में प्रकाशित, ‘इन द बाज़ार्स ऑफ़ हैदराबाद’ उनकी सबसे लोकप्रिय कविताओं में से एक है। उनको याद करते हुए ओमकार सिंह ने कहा 2 मार्च, 1949 को लखनऊ के सरकारी आवास में हृदयाघात से उनकी मृत्यु हो गई। श्रद्धांजलि सभा में एससी एसटी कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मुनेंद्र कनौजिया, जिला कांग्रेस सेवादल के उपाध्यक्ष जगदीश सागर, जिला कांग्रेस कमेटी के सचिव अवधेश श्रीवास्तव जिला संगठन मंत्री यूनिस ,ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सालारपुर के अध्यक्ष मोरध्वज राजपूत ने भी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भारत कोकिला को याद किया ।कार्यक्रम में प्रवेश कुमार सुधीर कुमार मोहम्मद अहमद राजीव गुप्ता शैलेंद्र सिंह आदि कार्यकर्ता पदाधिकारी उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन विधि प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष अवसर पर संचालन सूरज पाल सोलंकी ने किया।