बदांयू 2 मार्च। स्टांप ड्यूटी बार-बार कम लगवाने वालों की भी जांच अब रजिस्ट्री विभाग करेगा। पहले नोटिस और फिर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित होगी। शासन द्वारा रजिस्ट्री विभाग को पत्र भेजा गया है। इसकी जानकारी लगने पर रजिस्ट्री कराने वाले अधिवक्ता और प्रलेखक ने भी मॉनीटरिंग शुरू करा दी है। बताया गया है कि रजिस्ट्री में लगने वाले स्टांप और संपत्ति का मिलान करने के लिए अधिकारी भी टीम गठित करेंगे।
स्टांप ड्यूटी बचाने के लिए मकान का प्लाट और आवासीय जगह का उपजाऊ भूमि बताकर बैनामा कराया जाता है। बदांयू के उप निबंधक कार्यालय जहां पर रोजाना रजिस्ट्री होती है। कम स्टांप लगाकर रजिस्ट्री की जा रही है, इसका खुलासा हर महीने उप निबंधक द्वारा भेजी जांच रिपोर्ट में हुआ है। बताया गया कि प्रतिमाह अनुमानित एक करोड़ से ऊपर की स्टांप चोरी होना पाया जाता है। बदांयू के अलावा अन्य सभी जनपदों में यह खेल चल रहा है। इसको रोकने के लिए शासन से एआईजी स्टांप से सभी रजिस्ट्री विभाग में एक पत्र जारी किया है।
जिसमें लिखा है कि एक अधिवक्ता या एक प्रलेखक द्वारा पांच या उससे अधिक बार रजिस्ट्री में स्टांप ड्यूटी कम लगाई जाती है तो उनकी भूमिका की जांच होगी। जानबूझकर स्टांप ड्यूटी कम लगाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है। रजिस्ट्री कराने वाले पहले संपत्ति का मुआयना करें और फिर उसके आधार पर स्टांप ड्यूटी लगाकर बैनामा कराएंगे।
— सौम्य सोनी