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सावधान–गुलाल में भी केमिकल, कहीं उड़ा न दे चेहरे का रंग

।******** उझानी बदायूं 1 मार्च।

खाद्य पदार्थों को जहरीला बनाने के बाद मिलावटखोरों ने रंग-गुलाल को भी नहीं छोड़ा है। बाजार में ऐसे गुलाल आए हैं जिसे लगाने पर शरीर में एलर्जी हो सकती है। मिट्टी और चावल के आटे में केमिकल और रंग डालकर इसे तैयार किया गया है। चिंता की बात यह है कि ये मिलावटी चमकदार गुलाल ज्यादातर दुकानों तक पहुंच भी गए हैं।

व्यापारियों की मानें तो बदांयू में होली के समय रंग-गुलाल का करीब 8 करोड़ का कारोबार होता है। इसकी सारी सप्लाई हाथरस से होती है। सूत्रों ने बताया कि बाजार में आमतौर पर तीन तरह के गुलाल आते हैं। पहले वो जिसमें मिट्टी रहती है। इसे केमिकल और रंग डालकर तैयार किया जाता है।

थोक में इसका रेट 12 से 15 रुपये प्रति किलोग्राम है। दूसरे प्रकार के अबीर में चावल का आटा मिलाया जाता है। इसकी कीमत 40 से 45 रुपये है। चेहरे पर लगाने पर ये थोड़ा मुलायम रहता है। लेकिन इसमें उस चावल का इस्तेमाल किया जाता है जिसे खराब होने पर दुकान से हटा दिया जाता है।

इस चावल को पीसकर आटा बनाया जाता है। इसके बाद मिक्सर में रंग, केेमिकल और आटे को खूब मिलाते हैं। तीसरा आरारोट का बना गुलाल है। इसकी कीमत 60 से 65 रुपये है। इसमें भी केमिकल है लेकिन नुकसान कम हैं। इसके अलावा एक हर्बल गुलाल भी है। लेकिन ज्यादातर दुकानदार आरारोट के गुलाल को ही हर्बल बताकर बेच रहे हैं। ग्राहक पकड़ न पाए इसके लिए गुलाल में खुशबू के लिए फ्रेगरेंस मिलाया जाता है।

चमक से करें पहचान
गुलाल के थोक कारोबारी ने बताया कि गुलाल खरीदते समय सस्ते सामान पर न जाएं। गुलाल का रंग यदि ज्यादा गाढ़ा है तो उसे न खरीदें। उसमें मिट्टी या चावल का आटा मिला हो सकता है। हर्बल गुलाल सही है। इसमें रंग हल्का होता है। इससे कोई नुकसान भी नहीं होता। बहुत सारे व्यापारी आरारोट वाले गुलाल को ही हर्बल बताकर बेच देते हैं। इससे बचने की जरूरत है।

चेहरे पर हो सकती है एलर्जी और जलन
चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. सर्वेश कुमार ने बताया मिलावटी गुलाल लगाने से चेहरे को कई नुकसान हो सकते हैं। इसमें मौजूद रसायनिक पदार्थ त्वचा की जलन का कारण बन सकते हैं। कई बार इससे त्वचा पर सूजन भी हो जाती है। ज्यादा देर तक चेहरे पर रहने पर इससे खुजली और एलर्जी भी हो सकती है। इससे फेफड़ों की समस्या और त्वचा में संक्रमण भी हो सकता है।———————— राजेश वार्ष्णेय एमके।