9:35 pm Tuesday , 25 February 2025
BREAKING NEWS

महाशिवरात्रि – भोलेनाथ को मनाने, भक्त चले कांवड़ चढ़ाने

।******—————————————-उझानी बदायूं 25 फरवरी।कल महाशिवरात्रि पर कांवड़ चढ़ाने के लिए कछला के भागीरथी घाट से गंगाजल लेकर कांवड़ियों के वापस लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है। मंगलवार को लखीमपुर-खीरी, बरेली, पीलीभीत, दातागंज, शाहजहांपुर,बदायूं के कांवड़ियों के लौटने की वजह से बरेली मथुरा हाइवे पर रौनक रही। वहीं शहर के मंदिरों में भी साफ-सफाई कराई गई।

गंगाजल से भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह है। शिवरात्रि मेले और जलाभिषेक की तैयारियां मंदिरों में पूरी कर ली गई हैं। शहर के प्रमुख मंदिरों में कांवड़ियों की अच्छी खासी भीड़ रहती है। गांव बुर्रा फरीदपुर का शिव मंदिर,नगर का बड़े महादेव मंदिर, पुरानी अनाज मंडी का मूंछों वाले शिव मंदिर, गोरीशंकर मंदिर, भूतेश्वर नाथ मंदिर में जलाभिषेक के लिए मंगलवार को साफ-सफाई के कार्य को अंतिम रूप दिया गया। सुरक्षा की दृष्टि से कोतवाली पुलिस ने भी मोका मुआयना किया।
पुरानी अनाज मंडी मंदिर के मुख्य पुजारी दिनेश चंद्र शर्मा ने बताया कि मंगलवार दोपहर तक फूलों की सजावट होगी।
वहीं मंगलवार को कछला घाट से बरेली रोड पर सुबह से ही कांवड़ियों के जत्थों की संख्या बढ़ गई थी। दोपहर तक बड़ी संख्या में कांवड़िये आने लगे थे। कदम-कदम पर भगवान शिव के जयकारे गूंज रहे थे। कंधे पर कांवड़ और पैरों में घुंघरू पहनकर ओम नम: शिवाय का जाप करते हुए श्रद्धालु अपने गंतव्य को जा रहे थे।——————————————-
बरेली के मुकेश सैनी, राहुल सिंह,अमन, सोनू ने बताया कि उनके साथ 20 श्रद्धालु हैं। वह बुधवार सुबह तक अपने यहां पहुंच जाएंगे। फिर तड़के गंगाजल से भोलेनाथ का अभिषेक करेंगे। बरेली के फरीदपुर निवासी रामकिशोर ने बताया कि उन्होंने कछला से 24 फरवरी को कांवड़ उठाई थी। यह उनकी तीसरी कांवड़ है। उनके साथ 25 अन्य श्रद्धालुओं का जत्था है। वह परिजनों के अच्छे स्वास्थ्य की कामना के लिए भोलेनाथ का जलाभिषेक करना चाहते हैं।
———————————————–

कछला से गंगाजल लाए दंपती
दातागंज के निवासी रामेश्वर महाशिवरात्रि पर हर बार कछला से कांवड़ लेकर आते हैं। इस बार वह अपनी पत्नी मीना के साथ कांवड़ लाए हैं। मीना ने कहा कि हमारी जोड़ी मां पार्वती और भोलेनाथ जैसी है। जब मेरे पति ने कहा कि इस बार तुम मेरे साथ कांवड़ लाने चलोगी तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। मैं सौभाग्यशाली हूं, जो पति के साथ कांवड़ लाने का मौका मिला।——————————- राजेश वार्ष्णेय एमके, संजय कश्यप।