बदायूँ। पिछली सालों की तरह इस साल भी बाबा फरीद के पोते कुतबे बदायूं मुफ्ती शाह मोहम्मद इब्राहिम फरीदी साहब का दो रोज़ा सालाना उर्स ए फरीदी मनाया जायेगा। इस वर्ष ये उर्स 23 फरवरी से होगा।
तरही मुशायरे के नाज़िम उस्ताद शायर डॉ मुजाहिद नाज़ कादरी बदायूंनी ने बताया कि मुफ्ती शाह मोहम्मद इब्राहिम फरीदी साहब का दो रोज़ा उर्स फरीदी का आगाज़ 23 फरवरी को बाद नमाज़ ए फजर कुरान ख्वानी से होगा।
बाद नमाज़ ए ज़ोहर (हुज़ूर गौस पाक) 11वीं शरीफ की न्याज़ होगी। जिसके बाद 4 बजे चादर शरीफ का जुलूस मोहल्ला कामांगरान स्थित खानकाहे आबादानिया फरीदिया से दरगाह जाएगा। बाद नमाजे इशा महफिल मिलाद शरीफ के बाद तरही मुशायरे में जनपद, गैर जनपद व गैर प्रांत के शोअरा हज़रात तरही नात ओ मनकबत पेश करेंगे। जिसका मिसरा तरह होगा –
(1) जिस पे पड़ जाए नज़र उनकी वह ‘अच्छा’ हो जाए।
(2) पाके पटन की खुशबू हमारे ‘नगर’ में है।
इस मौके पर उलमाए इकराम की पाकीज़ा तकरीर होगी।
उर्स शरीफ के दूसरे दिन 24 फरवरी को बाद नमाजे फज्र हल्कए जिक्र, कुरआन ख्वानी, न्याज, मशायेख सिलसिला, सुबह 9 बजे महफिल नात व मनकबत, तकरीर उलमा ए इकराम और दोपहर एक बजे कुल शरीफ की रस्म के बाद सलातो सलाम, शिजराह ख्वानी, दुआ ए खैर अमनो सलामती के बाद लंगर का एहतमाम किया जाएगा।
नाज़िम ए उर्स अब्दुल जब्बार फरीदी साहब पिछले 37 साल से उर्से फरीदी के तमाम प्रोग्राम को बखूबी अंजाम देते आ रहे है। उन्होंने बताया कि उर्स के सभी प्रोग्राम साहिबे सज्जादा खानकाह आबादानिया फरीदिया हज़रत मोहम्मद अनवर अली फरीदी सुहैल फरीदी साहब की सदारत में होंगे।