बदायूँ: 19 फरवरी। जिलाधिकारी ने चकबंदी विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि चकबंदी के कार्यों में सभी ग्रामवासी सहयोग करें। उन्होंने कहा कि जो भी चकबंदी कार्य कराए जा रहे हैं वह जनहित को सर्वाेपरि मानकर कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो टीम गांव का दौरा कर रही है उसको उनका कार्य सुगमता से करने दिया जाए। किसी भी प्रकार का अप्रसांगिक विरोध नहीं होना चाहिए। उन्होंने प्राप्त चक आपत्तियों का गुणवत्तापरक निस्तारण करने के लिए कहा।
कलेक्ट्रेट स्थित अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में बुधवार को चकबंदी विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि अधिकारियों के लिए जो रोस्टर बनाया गया है वह उसी के अनुसार ग्रामों का दौरा करें। उन्होंने कब्जा परिवर्तन के स्तर की समीक्षा करते हुए कृषकों से वार्ता व सहमति से सीमांकन कार्य प्रारंभ करने के लिए कहा। उन्होंने चकबंदी के विभिन्न प्रारूप की समीक्षा की।
उन्होंने आईजीआरएस प्रकरणों की समीक्षा की। सेवानिवृत कर्मचारियों के अवशेष पर चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए वहीं आडिट आपत्तियों का निस्तारण प्राथमिकता पर करने के लिए कहा। उन्होंने विभिन्न चकबन्दी न्यायालयों में विचाराधीन वादों में से पुराने वादों को प्राथमिकता पर निस्तारित करने के लिए कहा।
बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी ने बताया कि 10 वर्ष से अधिक समय से लंबित चकबंदी के 09 ग्राम है। इस अवसर पर बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी, चकबन्दी अधिकारी व सहायक चकबन्दी अधिकारीगण उपस्थित रहें।
—- सौम्य सोनी
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