डी.पी. स्नातकोत्तर महाविद्यालय सहसवान ( बदायूँ ) में एन.एस.एस. के सात दिवसीय विशेष शिविर का आज सातवें दिन समापन हो गया।
आज अंतिम दिवस सभी स्वयं सेवक व सेविकाएँ कार्य स्थल ग्राम प्रीतम नगला में भ्रमण हेतु गये और सभी ग्राम वासियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
तत्पश्चात सभी स्वंय सेवक महाविद्यालय के सांस्कृतिक हॉल में एकत्रित हुए। जहाँ स्वंय सेवक व सेविकाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. निशान्त असीम ने सरस्वती माँ के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित किया।
छात्रा पूनम और निक्की ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।
छात्र शिवम ने एन. एस.एस. गीत प्रस्तुत किया।
छात्र अल्फ़ाज़ ने शिविर की सात दिवसीय आख्या प्रस्तुत की।
छात्र धनुष पाल और सूरज ने अपने शिविर के अनुभव साझा किये।
पाखी भूषण ने सूक्तियाँ सुना का खूब तालियां बटोरीं। प्रयान्शु ने भी अपने भाषण पर खूब प्रसंशा पायी।
दहेज जैसी कुरीति पर कटाक्ष करता नाटक’ दहेज के दानव ‘ प्रतुत किया गया जिसमें मोहित, प्रियांशु, सूरज, मोहम्मद वसीम, मुहम्मद अल्फाज़, धनुष पाल, शिवओम शर्मा, सचिन आदि ने भाग लिया।
नारी शिक्षा को प्रोत्साहन देने वाली हास्य नाटिका ‘ अनपढ़ बीबी ‘ को प्रियंका, नेहा, निक्की, पूजा, गुंजन, पाखी भूषण, पूनम आदि प्रस्तुत किया।
अध्यक्षीय उदबोधन में प्रचार्य डॉ. निशान्त असीम ने कहा राष्ट्रीय सेवा योजना का सात दिवसीय शिविर, प्रयेक दिन एक नवीन सेवा समर्पण की सीख देता है। एक नये अनुष्ठान को पूर्ण करने की चुनौती देता है। तो कार्य पूर्ण होने पर आत्म सन्तोष भी देता है। यह वो भावनाएँ हैं जो जीवन को विकसित करतीं हैं। हर स्वंय सेवक कल का भावी नागरिक है। शिविर के यह सात दिन भविष्य में हर छात्र-छात्रा के जीवन मे प्रेरणा और ऊर्जा देने का कार्य करेंगे।
कार्यक्रम में डॉ एम.पी. सिंह, डॉ. एम.के.सिंह, डॉ. नीलोफ़र खान, प्रो.ज्ञानेंद्र कश्यप, प्रो. विनोद यादव, तृप्ति सक्सेना, हरीश राठौर, निक्की माहेश्वरी, सुरजन यादव, अंशिका माहेश्वरी, मोहित भारद्वाज, मेहनाज़ नक़वी आदि प्रवक्ताओं ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये।
कार्यक्रम में खुशबू, शिवम, योगिता,अमित, शिवम शर्मा, कालीचरण, मुहम्मद शमी, सूरज, पूजा, नीलम, शारदा, चांदनी, नीता, आदि का विशेष सहयोग रहा।
कार्यक्रम का संचालन अनुष्का माहेश्वरी ने किया।