बांस बरोलिया भागवत कथा में सुनाई कंस वध की कथा
बिल्सी। तहसील क्षेत्र के गांव बांस बरोलिया में बीच गांव में चल रही भागवत कथा के सातवें दिन कथावाचक विश्वामित्र महाराज ने यहां कंस वध की कथा सुनाई। उन्होनें बताया कि कंस मथुरा का राजा था, जो अत्याचारी और क्रूर शासक था। वह अपनी बहन देवकी के सातवें पुत्र को मारना चाहता था, जो भविष्यवाणी के अनुसार उसे मारने वाला था। देवकी के पति वासुदेव ने अपने पहले छह पुत्रों को कंस को दे दिया। मगर सातवें पुत्र को कंस के हाथों से बचाने के लिए उन्हें एक सुरक्षित स्थान पर छुपा दिया था। जब सातवें पुत्र कृष्ण का जन्म हुआ, तो वासुदेव ने उन्हें एक टोकरी में रखकर यमुना नदी पार कर गोकुल में नंद और यशोदा के घर में छुपा दिया। कंस ने देवकी को कारागार में डाल दिया और उसकी देखभाल करने वाली एक दाई को आदेश दिया कि वह देवकी के किसी भी पुत्र को मार दे। लेकिन दाई ने देवकी की सहायता की और कृष्ण को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया। जब कृष्ण बड़े हुए, तो उन्होंने अपने मामा कंस को मारने का निर्णय लिया। कृष्ण और उनके भाई बलराम ने मथुरा में प्रवेश किया और कंस को एक युध्द में मार दिया। जिसके बाद वहां के लोगों को उसके अत्यातचारों से मुक्ति मिली। इसके बाद यहां खुशियां मनाई गई। इस मौके पर अर्जुन सिंह तोमर, वीरपाल पवार, मुनेंद्र पाल, अजीत सिंह, सिंटू दीक्षित, भानू चौहान, पूरन चौहान, देवेंद्र सिंह तोमर, ओंकार सिंह तोमर, रामप्रकाश शर्मा, सचिन शर्मा, पवन शर्मा, रामदर्शन शर्मा, वरुण, दीपक भाटी, कुलदीप सिंह सिकरवार, सुरजीत सिंह, मनोज महेश्वरी आदि मौजूद रहे।