भागवत कथा में सुनाया गया कंस वध का प्रसंग
बिल्सी। तहसील क्षेत्र के गांव खैरी में ग्राम देवता मंदिर पर चल रही श्रीमदभागवत कथा के सातवें दिन कथावाचक अनमोल रतन शास्त्री ने कंस वध का प्रसंग सुनाया। उन्होने कि कंस ने मथुरा में आतंक मचा रखा था। भगवान कृष्ण ने उसका वध कर आतंक से मुक्ति दिलाई। दुष्ट कंस के बुलाने पर श्रीकृष्ण अपने बड़े भाई दाऊजी के साथ मथुरा पहुंचे। जहां उनके दर्शन के लिए लोग उमड़ पड़े। मल्ल युद्ध के बाद श्रीकृष्ण ने कंस का वध किया। भगवान श्रीकृष्ण के जयघोष से वातावरण गुंजायमान हो उठा। कंस वध के पश्चात भगवान श्री कृष्ण जी का वापस गोकुल आने पर माता यशोदा का श्री कृष्ण जी से पूछना कि क्या तुम्हें अपनी माता की याद नहीं आई तथा इस दौरान गोकुल की गोपियों की तरफ से रोजाना नया माखन त्याग कर श्री कृष्ण का इंतजार करना कि कब कान्हा गोकुल वापिस आए व माखन का भोग लगा उनके साथ पवित्र रास रचाए का भी वृतांत को सुनाया। इस मौके पर ओमसिंह पुजारी, प्रमोद कुमार, आराम सिंह, पानसिंह, उदय सिहं, देवसिंह, राजाराम, गेंदनलाल आदि मौजूद रहे।