बदायूँ मोहल्ला कृष्णापुरी के श्री जी रिसार्ट में श्रीमद भागवत महा पुराण की कथा सुनाते हुए कथा व्यास रामानुज पाण्डे ने कहा, परमात्मा की कृपा पाने के लिए हृदय में निष्काम भक्ति का वास होना जरुरी है. और भक्ति के लिए ज्ञान वैराग्य का साथ होना आवश्यक है.क्योंकि भक्ति, ज्ञान – वैराग्य के बिना अधूरी है.वृंदावन में भक्ति का निवास है. इसलिए इस पवित्र स्थान पर भगवान की कृपा हमेशा बनी रहती है.
समझाया भक्ति पाने के लिए जीवन में सत्संग करना आवश्यक है क्योकि संत्संग के बिना विवेक की उत्पत्ति नहीं होती है. सत्संग भी ऐसे संतों के साथ करना चाहिए जिनका हृदय दयावान हो और कार्य परोपकारी हों चिंतन में भगवद भक्ति की माला हो.
देर रात तक चली कथा में कथा व्यास ने परीक्षित जन्म की कथा के प्रसंग का विस्तार से वर्णन किया. वाद्ययंत्रों की संगीतमयी ध्वनि पर बडे बडे भक्तों के अलावा छोटे छोटे बच्चे भी झूमते नजर आए. संचालन वरिष्ठ कवि कामेश पाठक ने किया. पूजन की जिम्मेदारी उमेश शास्त्री नें संभाली. मूल पाठ पर पंडित अभिषेक चतुर्वेदी जी रहे. भाजपा के जिला प्रतिनिधि केएल गुप्ता ने अपनी धर्म पत्नी कमला गुप्ता के साथ मुख्य परीक्षित की भूमिका निभाई. समिति के सभी पदाधिकारों का विशेष सहयोग रहा.
