बदायूं : गायत्री शक्तिपीठ एवं आध्यात्मिक चेतना केंद्र पर बसंत पंचमी पर पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ हुआ। मां सरस्वती के पूजन के साथ दीक्षा संस्कार और विद्यारंभ संस्कार आदि हुए।
गायत्री शक्तिपीठ के परिब्राजक सचिन देव, सुरेंद्र नाथ शर्मा और नरेंद्र पाल शर्मा ने वेदमंत्रोचारण कर यज्ञ संपन्न कराया।
सचिन देव ने कहा कि मां सरस्वती शिक्षा, साक्षरता और भौतिक ज्ञान और कला की देवी हैं। इनके द्वारा प्रदत्त ज्ञान जीवन को अनमोल बना देता है।
रामचंद्र प्रजापति ने कहा कि गुरु परमात्म चेतना का ही दिव्य अंश है। जो हमें अज्ञान रूपी अंधकार से ज्ञान रूपी प्रकाश की ओर ले जाता है। मां सरस्वती का विशेष पूजन और भव्य आरती हुई।
पांच कुण्डीय गायत्री महायज्ञ में लोककल्याणार्थ गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र की विशेष आहुतियां यज्ञ भगवान को समर्पित कीं। अनिल राठौर मुख्य यजमान रहे। दो विद्यारंभ संस्कार और दो दीक्षा संस्कार हुए। इस मौके पर अयोध्या प्रसाद शर्मा, माया सक्सेना, आर्येंद्र सिंह, ध्रुव यादव, भुवनेश शर्मा, सीमा गुप्ता, ममता, राजेश्वरी, ललतेश, चेतन्य बाबू, जगदंबा सहाय, बोधेंद्र राठौर, सीपी सिंह, मदनलाल झा आदि मौजूद रहे।