।*********। उझानी बदांयू 31 जनवरी।
आम बजट से आमजन के साथ ही व्यापारियों को भी काफी उम्मीदें हैं। जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) के नियमों में सरलीकरण की उम्मीद जताई जा रही है। व्यापार की प्रक्रिया आसान और सुरक्षित हो, व्यापारियों की जमा-पूंजी और स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए भी बजट से उम्मीद की जा रही है। ई-कामर्स कंपनियों की वजह से चौपट हो रहे व्यापार को लेकर भी व्यापारी मुखर हैं। इस समस्या को लेकर गई बार आवाज भी उठाई गई है। उम्मीद है कि एक फरवरी को आ रहे आम बजट में इन कंपनियों पर लगाम के लिए भी कुछ जरूर होगा। व्यापारी टैक्स स्लैब बढ़ाए जाने की मांग भी कर रहे हैं। जिले के कई व्यापारी नेताओं ने आम बजट को लेकर अपनी उम्मीदें बताईं।
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व्यापारियों के लिए जीएसटी में कई दिक्कतें हैं। जीएसटी स्लैब में भी सुधार जरूरी है। जीएसटी के नियमों का सरलीकरण हो। स्लैब कम हो, व्यापारियों को आम बजट से यही उम्मीद है। इसके अलावा ऑनलाइन कॉमर्स कंपनियों पर भी लगाम लगे। इनकी वजह से व्यापारियों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। इनके लिए भी नियम जरूरी हैं -संजय कुमार मित्तल, अध्यक्ष सर्राफा ऐसोसिएशन उझानी
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शिक्षा से संबंधित काॅपी, पेन, पेंसिल और अन्य वस्तुओं पर जीएसटी कम होनी चाहिए। यह पहले 12 प्रतिशत थी, इसे बढ़ाकर 18 कर दिया गया है। उम्मीद है कि बच्चों की पढ़ाई की वस्तुओं और उपकरणों को टैक्स फ्री किया जाए। इसके अलावा टैक्स स्लैब कम से कम 10 लाख रुपये तक किया जाए। उझानी से दिल्ली की ट्रेनों का संचालन हो, जिससे व्यापार बढ़ेगा।
राजकुमार बंसल, प्रदेश मंत्री व अध्यक्ष भारतीय उद्योग व्यापार मंडल उझानी।———————- कर देने वालो को राहत दी जाऐ। व्यापारियों को कर देने के बाद भी कोई राहत नहीं। व्यापार करना मुश्किल है। 10 लाख तक की आय टैक्स फ्री कर दी जाए। केशव गर्ग, व्यापारी।————————- राजेश वार्ष्णेय एमके।