बदायूं की बात – सुशील धींगडा के साथ
बदायूं के नागरिकों को बडी रेलवे लाइन के साथ एक सपना दिखा था कि अब बदायूं रेलमार्ग पर लम्बी दूरी की यात्री ट्रेन चलने लगेंगीं और बदायूं से दिल्ली तथा लखनउ जाने के लिए बरेली और कासगंज जाने की जरूरत नहीं रहेगी। लोगों को लगता था बडी रेललाइन की रेलगाडियों से चलने से बदायूं का विकास होगा ओर पिछडापन दूर होगा लेकिन दो दशक का लम्बा समय बीत जाने के बावजूद आज भी दिल्ली और लखनउ का रेलमार्ग चालू नहीं हुआ और ना ही कोई लम्बी दूरी की नियमित ट्रेन बरेली कासगंज रेलमार्ग पर दिखाई दी, अगर भाजपा नेताओं की बात करें तो सारे इस बात को मानते हैं कि लम्बी दूरी की नियमित रेलगाडियों के साथ लखनउ और दिल्ली की ट्रेन बदायूं की पहली जरूरत है और वह दिल से चाहते भी हैं परंतु करा नहीं पा रहे।
आखिर अब नही ंतो कब बदायूं के नागरिकों का यह सपना कब पूरा होगा। भाजपा का सांसद बनाकर और चुनाव में पराजित कराने के साथ सब तो करके देख लिया अब कौन सा रास्तस अपनाया जाये जो बदायूं की यह जरूरत सबका साथ सबका विकास का जयघोष करने वाले भाजपा के उच्च स्तरीय पालनहारों तक पहुंच जाये।