Koki Tyagi किसी की बुराई तलाश करने वाले मनुष्य का चरित्र उस मक्खी की तरह है,जो सारे खूबसूरत शरीर को छोड़कर केवल घाव पर ही बैठती है। 🙏🏻सुप्रभात 🙏🏻