।********* बदांयू 27 जनवरी। केन्द्र सरकार एक तरफ किसानों को सम्मान निधि के नाम 6000 रू सालाना दे रही है। वही दूसरी तरफ जिला प्रशासन यूरिया के नाम पर पूरे जिले की ओवररेटिंग रोकने में विफल हो गया है। किसानों को उर्वरक के नाम पर लूटा जा रहा है। किसानों को इस समय गेंहू में लगाने को यूरिया की सख्त जरूरत है। दुकानदार 266 रूपए की जगह 330 से लेकर 350 रूपए का कट्टा बेच रहे हैं। कहते हैं कि चाहे ल्यूकुड लो या सूखा उर्वरक तभी यूरिया मिल सकती है। प्रशासन की सख्ती के बाद भी दुकानदार बाज नहीं आते। किसानों का कहना है कि खाद रेट पर सरकार दिलाऐ। चाहे सम्मान निधि बंद कर दे। हर वर्ष डीएपी व यूरिया खाद के लिए रोना पडता है।