12:33 pm Sunday , 26 January 2025
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सिंथेटिक मेंथोल आयात के विरोध में उतरा व्यापार मंडल

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*सिंथेटिक मेंथोल के चलते किसानों और मेंथा उद्योग पर लगा ग्रहण: जिलाध्यक्ष
* डिमांड कम होने से प्राकृतिक मेंथोल की खेती से दूरी बना रहे हैं किसान

24जनवरी उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के तत्वधान जिलाध्यक्ष नवनीत गुप्ता शोंटू के नेतृत्व मे मेंथा व्यापारियों के प्रतिनिधि मंडल ने सिंथेटिक मेंथोल के आयत के विरोध में उतर कर प्रधान आयुक्त सीजीएसटी / केंद्रीय उत्पाद शुल्क नोएडा के नाम संबोधित 11 सूत्रीय ज्ञापन उपायुक्त केंद्रीय बस्तु एवं सेवाकर राधेश्याम मीणा को प्रेषित किया साथ ही ज्ञापन की प्रतिलिपि वित्त मंत्रालय, स्वास्थ मंत्रालय एवं fssi विभाग को भी प्रेषित की

जिलाध्यक्ष नवनीत गुप्ता शोंटू ने बताया कि भारत का मेंथा उद्योग विश्व में अपनी विशिष्ट पहचान रखता है और देश की कृषि अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है। उत्तर प्रदेश इस उद्योग का केंद्र है, जो 90% उत्पादन करता है और लाखों किसानों, मजदूरों और MSME इकाइयों को रोजगार प्रदान करता है
किंतु सिंथेटिक मेंथोल के आयात के कारण यह उद्योग गंभीर संकट का सामना कर रहा है। प्राकृतिक मेंथोल की कीमतों में गिरावट, उत्पादन में कमी और रोजगार के अवसरों में कटौती जैसी चुनौतियां सामने आ रही हैं उन्होंने मांग करते हुए कहा
प्राकृतिक मेंथा उत्पादों (HSN कोड 2906 11 10) पर GST दर 5% की जाए। सिंथेटिक मेंथोल (HSN कोड 2906 11 90) पर GST दर बढ़ाकर 18% की जाए साथ ही मेंथा तेल और उत्पादों पर IGST रिफंड प्रक्रिया को पुनः ऑनलाइन किया जाए तथा मेंथा उद्योग को RCM के दायरे से बाहर रखा जाए सिंथेटिक मेंथोल पर 100% इम्पोर्ट ड्यूटी लगाई जाए
श्री गुप्ता ने बताया कि उपरोक्त मांगो पर कार्यवाही कर केवल लाखों किसानों और मजदूरों की आजीविका को सुरक्षित किया जा सकता है, बल्कि भारतीय मेंथा उद्योग को विश्व स्तर पर और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाया जा सकता है।

मेंथा व्यापारी संदीप रस्तोगी ने बताया कि सिंथेटिक मेंथोल पर QCO लागू कर गुणवत्ता मानकों को सुनिश्चित किया जाए साथ ही प्राकृतिक और सिंथेटिक मेंथोल के बीच अंतर पहचानने के लिए C-14 परीक्षण प्रयोगशाला स्थापित की जाए तथा मंडी शुल्क और विकास उपकर को समाप्त किया जाए और मंडी शुल्क से छूट की अवधि 2024 से बढ़ाकर अगले 5 वर्षों के लिए की जाएCIMAP द्वारा नई मेंथा किस्मों का विकास किया जाए

मेंथा व्यापारी पूरन लाल ने मांग करते हुए कहा कि उत्पादों पर प्राकृतिक और सिंथेटिक मेंथोल का उल्लेख अनिवार्य किया जाए उपभोक्ताओं को स्वास्थ्य और गुणवत्ता से संबंधित जानकारी दी जाए दूसरा किसानों और स्थानीय उत्पादकों को सहायता प्रदान कर प्राकृतिक मेंथोल की खेती को प्रोत्साहित किया जाए।

प्रतिनिधि मंडल में प्रतीश गुप्ता, दीपक वैश्य ,यशपाल अरोड़ा,संजीव आहूजा, हरि अग्रवाल आदि मौजूद रहे