Sugandha Sharma बात मन के भावों को लिखने की थी... प्रेम लिखी,प्रीत लिखी इश्क़ लिखी ,मोहब्बत लिखी प्यार लिखी ,चाहत लिखी... फ़िर लगा... दो अक्षर ही काफ़ी थे मन की बात लिखने को.. फ़िर सब कुछ मिटाकर लिख दी "सिर्फ तुम" #सुप्रभात_जिंदगी #सुगंधा