म्याऊं: उसावां ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायत रिजौला की सरकारी गौशाला में गोवंशो के चारा की ठीक व्यवस्था क्या होगी। जहां आए दिन बीमारी व अन्य कारण से तड़प-तड़प कर गोवंश मर रहे हैं। लापरवाही का आलम यह ही नहीं है यहां गौशाला में ठंड या बीमारी से गौवंश की मौत हो जाए, तो उनके दफन करने का भी जिम्मेदार लोगो फिक्र नहीं है। बृहस्पतिवार शाम को एक गाय की मौत हो गई। जहां शुक्रवार को शाम तक सम्बन्धित अधिकारियों से ग्रामीणों से शिकायत की लेकिन किसी ने मृत गौवंश को दफन करने की जहमत नहीं उठाई। जब शाम के समय ग्रामीणों ने आवारा कुत्तों से मृत गाय के शरीर का कुछ हिस्सा खाया हुआ वायरल किया तो शाम के समय कुछ सफाई कर्मियों ने गौशाला के ही अंदर मिट्टी खोद कर दवा दिया। गौवंश के नाम पर प्रदेश सरकार लाखों रूपये खर्च कर रही है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर यहां कोई काम होता नहीं दिख रहा। सरकारी गौशाला में गौवंश की ऐसी दुर्दशा देख सरकारी व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े होने लगे हैं।