*शरीर में पानी की कमी से बढ़ रहा बीमारी का जोखिम************* सर्दी के मौसम में बुखार, निमोनिया और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।—————————– उझानी बदांयू 30 दिसंबर सीएचसी के डॉक्टरों के अनुसार, ठंड में लोग पानी कम पीते हैं इसी वजह से दिक्कत हो रही है। अस्पताल के डॉक्टरों के पास रोजाना 30-40 मरीज ऐसे आ रहे हैं जिन्हें पानी कम पीने से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। डॉक्टर के अनुसार, ठंड में भी व्यक्ति को 24 घंटे में पांच से छह लीटर पानी जरूर पीना चाहिए।
ठंड बढ़ते ही सीएचसी और पीएचसी में बुखार, उल्टी, दस्त, सीने में दर्द, शरीर के किसी हिस्से में सुन्नापन आदि के मरीज बढ़ने लगे हैं। सीएचसी में रोजाना औसतन 500 मरीज पहुंचते हैं। इनमें औसत 80 लोगों में यही लक्षण पाए जा रहे हैं। अस्पताल के फिजीशियन डॉ. राजकुमार गंगवार ने बताया कि ठंड के मौसम में लोग पानी पीना कम कर देते हैं। इससे बीमारियों की चपेट में आते हैं।
बताया ठंड में पानी की कमी भले ही महसूस न होती हो लेकिन, शरीर को लगभग उतना ही पानी चाहिए होता है जितना गर्मी में। पर्याप्त पानी न पीने से डिहाइड्रेशन भी हो सकता है। साथ ही धमनियों में रक्त का थक्का जमने से स्ट्रोक का भी खतरा बढ़ता है। बताया कि अगर ठंडा पानी पीने के इच्छा नहीं हो तो गुनगुना पानी ही पीते रहें लेकिन रोजाना कम से 4 से पांच लीटर पानी जरूर पीयें।
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लक्षण
बुखार, सांस लेने में दिक्कत, सीने में दर्द होना, उल्टी होना, जी मिचलाना, दस्त होना, सिर दर्द, कमजोरी महसूस होना आदि।
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सर्दी के मौसम में बच्चों और बुजुर्गों को अधिक खतरा रहता है। बच्चों को पर्याप्त ऊनी कपड़े पहनाएं, शरीर में पानी की कमी न होने दें। उल्टी और दस्त होने पर बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा न लें। वहीं किसी प्रकार का नशा न करें।
– डॉ. राजकुमार गंगवार, फिजीशियन, अधीक्षक सीएचसी उझानी।
—————————— राजेश वार्ष्णेय एमके।