5:20 am Thursday , 16 January 2025
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उझानी प्रसूताओं की थाली से अंडे मक्खन, सब्जी गायब , मिलती है सिर्फ दाल-रोटी- सरकार भी बराबर की दोषी इतने बजट में मेन्यू अनुसार नाश्ता खाना इस मंहगाई में संभव नहीं

।——————— – उझानी बदांयू 27 दिसंबर। उझानी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसूताओं के नाश्ते से लेकर भोजन में खेल चल रहा है। नाश्ते में मिलने वाला 10 ग्राम मक्खन को रसोई का संचालन करने वाली स्वयं सहायता समूह की महिलाएं ही चट कर रही हैं। यहां गर्भवती को प्रसव के बाद महज चार से छह घंटे रोका जाता है। इस बीच महिलाओं को मिलने वाला भोजन केवल कागजों पर दिया जा रहा है।
गर्भवतियों के नाश्ते व भोजन के इंतजाम की जिम्मेदारी प्रेरणा केंटीन की स्वयं सहायता समूह को सौंपी गई है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती प्रसूताओं अनुसार प्रसव के बाद सुबह कैंटीन संचालिका ने सरकार द्वारा प्रतिबंधित प्लास्टिक के डिस्पोजल गिलास में चाय व चार ब्रेड नाश्ते में दी। जबकि नाश्ते में मक्खन,अंडे भी मैन्यू में शामिल हैं पर मक्खन अंडे नहीं दिये गये।
आज दोपहर 12 से एक बजे के बीच भोजन में सिर्फ चार रोटी, दाल बिना मौसमी सब्जी के दिया गया। दोपहर और शाम को मिलने वाले भोजन का मैन्यू अलग है। इसकी दर 55 रुपये ही है जबकि शाम को भोजन के साथ फल व दूध देना अनिवार्य है, लेकिन शाम को यह दोनों ही थाली से गायब रहते हैं।————————————— सोचनीय प्रश्न क्या सरकार द्वारा प्रस्तावित इस बजट में मेन्यू अनुसार प्रसूताओं को नाश्ता में एक गिलास दूध मक्खन ब्रेड व दो अंडे। दोपहर को खाने में दाल रोटी चावल मौसमी सब्जी फल व रात को खाने के साथ दूध व फल देना संभव है। सरकार को भी इस निर्धारित बजट में इजाफा करना चाहिए तभी प्रसूताओं को मेन्यू अनुसार नाश्ता खाना संभव होगा। ———————————————चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजकुमार गंगवार का कहना है कि अस्पताल में प्रेरणा कैंटीन का संचालन करती है। सैकड़ों की संख्या में प्रसव के लिए महिलाएं आईं। अभी तक किसी भी महिला या उसके तीमारदार ने नाश्ता व भोजन में मिलने वाले खाद्य पदार्थ एवं भोजन की गुणवत्ता को लेकर शिकायत दर्ज नहीं कराई है। फिर भी जांच की जाएगी, अगर कमी मिली तो कार्रवाई की जाएगी।
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सामान्य प्रसव के बाद छह घंटे रोकी जाती हैं महिलाएं

एक स्टॉफ नर्स ने बताया कि प्रसव के बाद महिला को दो दिन व कम से कम 24 घंटे रोकने के निर्देश हैं, लेकिन प्रसव के बाद महिलाएं बमुश्किल पांच या छह घंटे ही रुकती हैं और दबाव बनाकर छुट्टी करा ले जाती है।——————————————–ऐसे में कैंटीन संचालिका से सुबह नाश्ता, दोपहर और शाम को भोजन मेन्यू अनुसार ना देने के बारे में पूछा, गर्भवतियों की संख्या की जानकारी ली गई तो बंगले झांकने लगी वह कोई उत्तर नहीं दे पाईं।
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सुबह के नाश्ते का मेन्यू

अनुमानित दर 40 रुपये में एक गिलास दूध (200मिली) केे साथ दो अंडे/दलिया/पोहा/चार ब्रेड व 10 ग्राम मक्खन।
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दोपहर के भोजन का मेन्यू
अनुमानित दर 55 रुपये में चार रोटी, दाल, मौसमी सब्जी एवं सलाद/दही
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रात्रि के भोजन का मेन्यू
अनुमानित दर 55 रुपये में चार रोटी, मौसमी सब्जी, चावल, मौसमी फल (सेब, संतरा आदि)——-**—————————– राजेश वार्ष्णेय एमके।