।******- उझानी बदांयू 26 दिसंबर।
नगर में जाम की समस्या आम है। जाम से निपटने के लिए बना ट्रैफिक प्लान कागजों तक सिमट गया है। जिम्मेदार इससे निजात दिलाने के लिए सिर्फ योजना बनाकर अपना कोरम पूरा कर रहे हैं। अतिक्रमण होने से तमाम कवायदों के बाद भी लोगों को जाम की समस्या से निजात नहीं मिल पा रही है।
इससे शहर आने वाले करीब 10 से बीस हजार लोगों को हर दिन पेरशानी उठानी पड़ती है। शहर के कछला रोड, स्टेशन रोड, बिल्सी रोड, हलवाई चौक मार्ग पर तो कभी-कभी इस कदर जाम लगता है कि दस मिनट का फासला तय करने में घंटों समय लग जाता है। हालांकि,नगर पालिका प्रशासन ने कई माह पहले नगर के कुछ स्थानों से अतिक्रमण हटवाया था, लेकिन वहां फिर से अतिक्रमण हो गया है और इससे फिर जाम लगने लगा है।
बृहस्पतिवार को शहर में भीड़ बढ़ी तो यातायात व्यवस्था लड़खड़ा गई। दोपहर बाद मुख्य मार्ग से लेकर बाजार की गलियों में जाम लग गया। होमगार्ड और ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को व्यवस्था संभालने में पसीना छूट गया। यातायात पुलिस और होमगार्ड के जवान लोगों को जाम से निजात दिलाने की मशक्कत करते दिखे।
लोगों का कहना है कि यूं तो काफी समय से हर रोज जाम से जूझ रहे हैं, लेकिन अब जाम लोगों को खूब रुला रहा है। बाजार आने पर हालत यह होती है कि मिनटों की दूरी घंटों में तय हो पाती है। जाम में लोग ऐसे फंसते हैं कि न तो वे समय से दफ्तर पहुंच पाते और न ही बच्चे स्कूल। यातायात पुलिस भी जाम से निजात दिलाने में संजीदा नहीं है। नगर पालिका व पीडब्ल्यूडी विभाग यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने की दिशा में कोई ठोस पहल नहीं कर रहे। जाम की बड़ी वजह सड़क और इसकी पटरियों पर बेतरतीब वाहन खड़े करने , व दुकानदारों द्वारा भी सड़क की पटरियों पर अतिक्रमण कर लिए जाने से आज भी जाम में एंबुलेंस फंसी नजर आई। वही पुलिस कर्मियों की चीता मोबाइल हार्न बजाते निकल गई मगर स्टेशन रोड पर दुकानों के आगे लगे सामान को हटाने को किसी दुकानदार को नहीं टोका। इससे अतिक्रमणकारियों के होंसले बुलंद है।——————– राजेश वार्ष्णेय एमके।