लेखपालों ने प्रांतीय आह्वान पर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
बिल्सी। जिला बरेली में तैनात राजस्व लेखपाल मनीष कश्यप की निर्मम हत्या एवं अपहरण सहित प्रदेश में अन्य लेखपालों के साथ भी आए दिन होने वाली मारपीट, जानलेवा हमले, धमकी की घटनाओं में पुलिस एवं प्रशासन की संवेदनहीनता को लेकर आज उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के प्रांतीय आह्वान पर बिल्सी शाखा ने पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम रिपुदमन सिंह को सौंपा। जिसमें पिछले दिनों बरेली में एंटी भूमाफिया अभियान के अंतर्गत सरकारी भूमि अतिक्रमण जांच कार्य चल रहा है और अधिकारियों द्वारा एक-एक भूमाफिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए राजस्व लेखपालों को निर्देश दिए गए हैं। बरेली में कार्यरत लेखपाल के क्षेत्र में गंगा नदी तलहटी की जमीन पर अवैध कब्जे के प्रकरण संज्ञान में आए, इसी दौरान लेखपाल की ग्राम प्रधान से कुछ विवाद होना भी संज्ञान में आया। उसी के बाद संम्बंधित हल्के से लेखपाल का स्थानांतरण कर दिया गया। फिर 27 नवंबर से लेखपाल मनीष कश्यप गायब हो गया। लेखपाल मनीष कश्यप के ग़ायब होने की सूचना लेखपाल संघ पदाधिकारियों द्वारा थाना प्रभारी एवं उपजिलाधिकारी एवं अन्य अधिकारियों को देने के बावजूद पहले एक सप्ताह तक गम्भीरता से नहीं लिया गया। लेखपाल दिए ज्ञापन में लेखपालों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से बरेली में लेखपाल मनीष कश्यप की हत्या सत्यापन के लिए डीएनए जांच की शीघ्र रिपोर्ट मंगवा कर मृत्यु की स्थिति स्पष्ट की जाए। लेखपाल हत्याकांड की सीबीआई जांच कर दोषियों का खुलासा हो। मृतक/अपहृत का परिवार गरीब एवं असहाय है। मृतक के पिता की पूर्व में मृत्यु हो चुकी है। मृतक की माता एवं पत्त्री/बच्चों को 50-50 लाख रुपए आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। प्रदेश में कार्यरत इच्छुक लेखपालों को शस्त्र लाइसेंस बिना पुलिस कार्रवाई के उपजिलाधिकारी की रिपोर्ट पर दिए जाएं। क्षेत्र में रात्रि निवास की बाध्यता समाप्त की जाए। लेखपालों से कोई एफआईआर दर्ज न करवाई जाए। उ प्र राजस्व संहिता की धारा 67 की रिपोर्ट के लिए आनलाइन पोर्टल विकसित किया जाए। इस मौके पर लेखपाल विनोद कुमार सिंह, विजेंद्र पाल सिंह, सूरज कुमार भारती, सूर्यप्रताप, संजय कुमार, दुर्गेश बाबू, हरिओम, कमल कुमार सिंह, रामपाल शाक्य, रणजीत सिंह, उमेश चंद्र गर्ग, राजेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।