2:25 pm Friday , 31 January 2025
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माझिया बुद्ध विहार में बौद्ध भिक्षुओं का प्रवेश-डॉ.क्रान्ति कुमार

7 दिसंबर 2024 को बुद्ध विहार मझिया में कुछ बाहरी असामाजिक तत्वों ने बुद्ध विहार एवं सम्राट अशोक बुद्ध पर्यटक स्थल में बुद्ध विहार पर कब्जा करने की नीयत से बुद्ध विहार के अंदर और प्रांगण में खुर्दबुर्द की तथा बौद्ध भिक्षुओं को बुद्ध विहार से बाहर निकल दिया था बौद्ध समुदाय को जब उक्त घटना का संज्ञान हुआ तो बौद्ध समुदाय ने शासन प्रशासन को 8 दिसंबर 2024 को ज्ञापन दिया लेकिन चार दिन तक उक्त घटना का प्रशासन ने कोई संज्ञान नहीं लिया । तब बौद्ध भिक्षुओं ने, अपने उपासकों के साथ 12 दिसंबर 2024 से जिला मुख्यालय बदायूं में कचहरी के सामने मालवीय आवास गृह पर अनिश्चितकालीन धरना देना शुरू कर दिया।आज 9वे दिन चल रहे धरने का जिला प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए बुद्धिस्टो के एक प्रतिनिधिमंडल को जिला अधिकारी महोदय ने अपने आवास पर बुलायाl धरने पर बैठे बुद्धिस्टों की मांगो के समाधान को लेकर लंबी वार्ता चली वार्ता उपरांत बौद्ध भिक्षुओं को बुद्ध विहार में पुन:स्थापित करने का निर्णय लिया गया। इसके बाद बौद्ध भिक्षुओ ने सम्राट अशोक बुद्ध पर्यटक स्थल मझिया स्थित बुद्ध विहार में प्रवेश किया इसके बाद यहां बौद्ध भिक्षुओ एवं उनके अनुयायियों ने बुद्ध बंदना की उक्त लंबे संघर्ष में बौद्ध भिक्षुओं का प्रमुख रूप से योगदान रहा।पूरे धरना प्रदर्शन का मुख्य रूप से नेतृत्व रामेश्वर शाक्य व डॉ.क्रान्ति कुमार ने किया सफलता के संघर्ष में मुख्य रूप से बौद्ध भिक्षु सुमित रत्न महाथेरा जी ,हरिओम सैनी,डॉ मुकेश चंद्र मौर्य,सतपाल मौर्य,शिवराज शाक्य,आर.पी त्यागी,चिरंजी लाल एडवोकेट,राधेलाल बौद्ध,बौद्ध भिक्षु विमल बोधी,भंते विनचर्य,रवि मौर्य,जयपाल सिंह,हर्षवर्धन,डॉ.सतीश,चरन सिंह यादव,एवं मौर्य शाक्य कुशवाहा सैनी महासभा के पदाधिकारी गण,बोधिसत्व बाबा साहब डॉ.भीमराव अंबेडकर सम्राट अशोक बुद्ध पर्यटन स्थल संरक्षण संघर्ष मंडल मझिया, राष्ट्रीय दलित पिछड़ा अल्पसंख्यक महासंघ, बी.एस.आई.,बुद्ध रिसर्च सेंटर,भारतीय बौद्ध महासभा,डॉ आंबेडकर जन्मोत्सव समारोह समिति,क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन,जनहित सत्याग्रह मोर्चा एवं अन्य प्रमुख संगठनो के साथ-साथ जिला प्रशासन का योगदान रहा सम्राट अशोक बुद्ध विहार पर्यटन स्थल में स्थित बुद्ध विहार मझिया में बौद्ध भिक्षुओं के प्रवेश उपरांत संयुक्त रूप से रामेश्वर शाक्य और डॉ.क्रांति कुमार ने सभी का आभार व्यक्त किया।