छुट्टा पशुओं से खेत की रखवाली बडी चुनौती।——————— उझानी बदांयू 18 दिसंबर।
उझानी क्षेत्र में छुट्टा पशुओं से अपने खेत को बचाने के लिए किसान ने खेत में ही मचान बना लिए है। उसी मचान पर चारपाई डाल दी है। किसान पूस की सर्द रात में वहीं रहकर खेत की रखवाली कर रहा है।
पूस की सर्द रात। शाम ढले ही लोग गर्म कपड़ों में पैक हो जा रहे हैं। ठंडी हवाओं से बचने के लिए घर के दरवाजे खिड़कियां बंद कर दी जाती हैं। वहीं किसान छुट्टा गोवंश से फसलों को बचाने के लिए रात भर पहरेदारी कर रहे हैं। खेतों की तरफ आने वाले पशुओं के झुंड को दौड़ाते हैं। किसानों ने खेत पर मचान बना रखीं हैं। पूरी रात इसी मचान पर बीत जा रही है। क्षेत्र के गांव बरामालदेव निवासी बुजुर्ग सूरजभान 16 दिसंबर की रात आठ बजे अपने खेत में बनाई गई मचान पर बैठे थे। बोले पूरी रात यहीं रहेंगे। ताकि छुट्टा पशु उनकी फसलों को नुकसान न पहुंचा सकें। नरऊ गांव निवासी अमर सिंह भी रात आठ बजे अपने खेत पर बनी मचान के ऊपर पहुंच गए थे। उन्होंने बताया कि 10 बीघे खेत में गेहूं की फसल खड़ी है। खेतों के चारों ओर तारकसी भी कर रखी है। लेकिन पशु फिर भी घुस ही आते हैं। लिहाजा खेत पर रहना पड़ता है।
किसानों की कहना है कि अगर एक भी रात को खेत पर न पहुंचे तो पशु फसल को बर्बाद कर देंगे। गांव मानिकपुर निवासी महेंद्र सिंह ने बताया कि काफी संख्या में निराश्रित गोवंश एकत्र रहते हैं। वह रात के समय खेतों में घुसकर फसल को नष्ट करते हैं।——————— राजेश वार्ष्णेय एमके।