में अतिक्रमण से चौड़ी सड़कें हो गईं संकरी, जाम से जूझ रहे लोग, ट्रैफिक सिस्टम के हाल हुए बेहाल।***** उझानी बदांयू 14 दिसंबर।
शहर में बिना परमिट ही दौड़ने वाले ई-रिक्शा जाम का कारण बन रहे हैं। जिससे राहगीरों व वाहन चालकों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
नगर की सड़कों पर फैला अतिक्रमण लोगों के लिए मुसीबत बन चुका है। उल्टे -सीधे खड़े वाहनों और दुकानों के बाहर लगे सामान की वजह से शहर में अक्सर जाम लग जाता है, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शहर में जाम की समस्या आम है। पार्किंग की कमी और बाजारों में दुकानदारों द्वारा पटरियों तक कर लिया गया अतिक्रमण जाम का कारण बन रहा है।
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नगर में सुबह से लेकर शाम तक जाम लगा रहता है। लोगों ने कई बार अफसरों से इस समस्या से निजात दिलाने की मांग की गई । हर बार कोरे आश्वासन मिलते रहे हैं, लेकिन समाधान कुछ नहीं हो सका है।- अभिनव सक्सेना, व्यापारी नेता,
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दुकानदारों के सड़क व फुटपाथ पर कर लिए गए अतिक्रमण एवं पार्किंग के आभाव के साथ ही ठेले, ढ़केल, एवं ई-रिक्शों के खड़े रहने से भी यहां जाम के हालात बने रहते हैं। फिर भी किसी का इस ओर ध्यान नहीं हैं ।-संजय मित्तल, अध्यक्ष सर्राफा कमेटी।————————-
दरअसल, नगर के प्रमुख बाजारों की बात करें, तो रेलवे रोड, कछला रोड, हलवाई चौक, बिल्सी रोड, पुरानी अनाज मंडी तिराहा, शापिंग सेंटर, बदायूं रोड , आदि ऐसे प्रमुख बाजार हैं जहां हमेशा भीड़भाड़ रहती है। इनमें से किसी भी बाजार में पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। लिहाजा, लोग सड़क किनारे ही अपने वाहन खड़े कर देते हैं। इसके अलावा दुकानदारों ने भी अपनी दुकानों के सामने अतिक्रमण कर रखा है। स्लैब आदि बनाकर, सड़क किनारे तक दुकानों का सामान रखा हुआ आसानी से देखा जा सकता है, जिस कारण शहर में जाम की समस्या होती है।
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संकरी सड़कों पर अतिक्रमण के चलते वाहन आसानी से नहीं निकल पाते। इस बीच कोई चार पहिया वाहन आ जाए तो हालात ही बदल जाते हैं। बाजारों में काफी काफी दूर तक जाम लग जाता है। स्कूलों की छुट्टी और शाम के समय तो इन बाजारों की हालत बेहद खराब होती है। घंटों की मशक्कत के बाद बमुश्किल लोग अपने मुकाम तक पहुंच पाते हैं। ऐसा नहीं है कि जाम की समस्या से निपटने के लिए पुलिस कर्मियों की ड्यूटी नहीं लगी होती। जहां तहां चौराहों पर पुलिस कर्मी नजर तो आते हैं, लेकिन जाम खुलवाने को लेकर उन्हें कोई सरोकार नहीं रहता।
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शहर में बिना परमिट ही दौड़ने वाले ई-रिक्शा जाम का कारण बन रहे हैं। जिससे राहगीरों व वाहन चालकों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक की पैदल निकलना तक भी दूभर हो जाता है । इलाके के पुलिस एवं जिम्मेदार अधिकारी जाम की समस्या से खूब वाकिफ हैं, फिर भी यहां हो रहे अतिक्रमण को हटवाने में कतई रूचि नहीं ले रहे हैं। जिससे लोग घंटों जाम में फंसकर शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को ही कोसते रहते हैं।——————–*- राजेश वार्ष्णेय एमके।