।*********- उझानी बदांयू 6 दिसंबर। नगर में पर्ची सट्टा पुलिस की सुस्ती के चलते अपना कारोबार काफी समय से नगर में पैर पसार चुका है। यह कारोबार मोबाइल पर चलता है और इसके लिए कई ऐप भी उपलब्ध हैं। जिन्हें मोबाइल पर डाउनलोड करके सट्टा बाजार में आने वाले अंकों की जानकारी ली जा सकती है।
पर्ची सट्टा के लिए प्ले स्टोर पर कई नामों से ऐप उपलब्ध हैं, जिसमें सट्टा मट्का, सट्टा बाजार, ब्लैक सट्टा, सट्टा किंग, सट्टा बाजार, लाइव सट्टा, समेत एक दर्जन से अधिक ऐप उपलब्ध हैं। जिन्हें मोबाइल पर डाउनलोड कर पर्ची सट्टे में आने वाले नंबरों को आसानी से देखा जा सकता है। पर्ची सट्टा सुबह 6 बजे से ही शुरू हो जाता है और आखिरी नंबर रात 10 बजे आता है। जिसमें लोग 10 रुपये एक नंबर पर लगाते हैं और वह नंबर आने पर 800 रुपये मिलते हैं। वही सट्टा लगाने का पेमेंट सटोरिए के बताए मोबाइल पर डाल देते हैं। मगर नंबर आने पर भुगतान नकदी मे ही होता है।———————————— शहर के कई मोहल्लों पर लगते हैं सटोरियों के अड्डे – सब्जी मंडी , साहूकारा का होली चौक,गोतम पुरी, कश्यप पुलिया, लाल मन की पुलिया, पुरानी अनाज मंडी, नझियाई, बाजार कलां, अयोध्या गंज, रेलवे स्टेशन, पुराना बस स्टैंड आदि जगह लोग पर्ची सट्टा के एजेंटों को अपनी पर्ची बनाकर वाट्सएप पर दे देते हैं । सट्टे का खाईवाल उस पर ओके कर वापस वाट्सएप कर दे तो समझो आपका नंबर लग गया। जिसमें जी का मतलब गली व डी का मतलब दिसावर यानी रात का सट्टा होता है। सटोरियों के एजेन्ट उनके नंबरों को खाईबाड तक पहुंचा देते हैं। जैसे ही वह नंबर मोबाइल ऐप पर शो होता है तो सट्टा खेलने वाले लोग एजेंट के पास जाकर अपना रुपया ले लेते हैं। ———————— ऐसा नहीं इस सामाजिक बुराई सट्टै की पुलिस को जानकारी नहीं मगर सफेदपोशों की इनको शह व सेटिंग के चलते इन पर हाथ नहीं डालते, भले सटोरियों के चलते गरीब भुखमरी के कगार पर पहुंच जाऐ। ———————- राजेश वार्ष्णेय एमके