महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाने के लिए श्रेष्ठ बनना होगा
अंबियापुर में संपन्न हुआ महिला ग्राम प्रधानों का प्रशिक्षण
बिल्सी। शनिवार को विकास खंड अंबियापुर में महिला ग्राम प्रधानों को नेतृत्व क्षमता, संचार कौशल एवं लैंगिक समानता विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आज यहां समापन हो गया। जिसमें प्रशिक्षकों द्वारा विभिन्न तरह से महिला प्रधानों को जागरुक किया गया। शिविर में इस्लामनगर और अंबियापुर ब्लाक की महिला प्रधानों ने हिस्सा लिया था। यहां प्रशिक्षण दे रहे मास्टर ट्रेनर उमा रानी और अशोक कुमार ने कहा कि आधुनिक काल में महिलाओं की दशा में काफी सुधार हुआ है, लेकिन अफसोस की बात है कि कुछ जगह अभी भी महिलाओं और पुरुषों में अंतर समझा जाता है। बेटों के जन्म पर जहां खुशियां मनाई जाती हैं, वहीं बेटी का जन्म होने पर मातम जैसा माहौल हो जाता है। उन्होंने कहा कि वैदिक काल में नारियों को पूजनीय समझा जाता था, वहीं स्थिति फिर से लाने की जरूरत है। उन्होंने महिलाओं को परिस्थितियों से डरकर नहीं बल्कि डटकर उनका सामना करने और जीवन में कुछ ऐसा करने की सलाह दी कि लोग उसका उदाहरण दें। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपने आप को आत्मनिर्भर बनाने के लिए श्रेष्ठ बनना होगा। उन्होंने कहा कि समाज की सोच बदलनी जरूरी है। महिलाओं पर बचपन से ही पाबंदियां लगाई जाती हैं, जबकि पुरुषों को खुली छूट दे दी जाती है। समाज की इस दोहरी मानसिकता में बदलाव आए तो नारी काफी मजबूत बन सकती है। उन्होने कहा कि विकास की मुख्यधारा में महिलाओं को लाने के लिये सरकार द्वारा कई योजनाओं को संचालित की जा रही है। पूरे देश की जनसंख्या में महिलाओं की भागीदारी आधे की है और महिलाओं और बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिये हर क्षेत्र में इन्हें स्वतंत्रता की जरूरत है।