नेहरू मेमोरियल शिव नारायण दास पी जी कॉलेज बदायूं में आज़ प्रातःकाल रक्तदान शिविर का उद्घाटन प्राचार्य प्रो आशीष कुमार सक्सेना, डॉ संतोष कुमार सिंह, डॉ विक्रांत उपाध्याय डॉ बैकुंठनाथ शुक्ल ने किया। एचडीएफसी बैंक के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में डॉ गौरव रस्तोगी, असिस्टेंट प्रोफेसर, हिन्दी पहले रक्तदाता रहे, दूसरे रक्तदाता सुमित सक्सेना रहे। महिलाओं में डॉ निहारिका रस्तोगी पहली रक्तदाता रहीं।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में संविधान दिवस का आधिकारिक आयोजन किया गया। दास महाविद्यालय, के राष्ट्रीय सेवा योजना एवं राजनीति विभाग के छात्र छात्राओं द्वारा महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो० (डॉ०) आशीष कुमार सक्सेना के नेतृत्व में संविधान दिवस मनाया गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष फ़ातिमा रजा जी, विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीमती शिवकुमार सचिव विधिक देवा प्राधिकरण, श्रीमती शालिनी रामगोपाल अधिवक्ता तथा श्रीमती नूतन रानी प्रधानाचार्य राजकीय बालिका इंटर कॉलेज खुनक की उपस्थिति रही।
संविधान दिवस के अवसर पर सर्वप्रथम मुख्य अतिथि द्वारा बताया गया कि भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा के द्वारा अपनाया गया था और 26 जनवरी 1950 को हमारा संविधान लागू हुआ था। इसी क्रम में प्राचार्य ने सबका आभार प्रकट करते हुए कहा कि आज हमने संविधान स्थापना के 75 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं और आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं यह सिर्फ सशक्त लोकतंत्र के रूप स्थापित भारत के संविधान की ही देन है।
संविधान दिवस के अवसर पर कार्यक्रम संयोजक डॉ० आशीष कुमार गुप्ता के द्वारा शपथ ग्रहण कराई गई ,जिसमें महाविद्यालय के विभिन्न विभागों की शिक्षिकाओं, गैर शिक्षक कर्मचारियों एवं छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे देव गुप्ता, राधिका शर्मा, भूमिका सिंह, नूर सबा आदि छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया ।
शपथ ग्रहण कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रो मधुबाला शर्मा , प्रो शिवराज कुमार, प्रो मनवीर सिंह, डॉ सुषमा , डॉ सत्यम मिश्रा, लक्ष्य सिंह चौधरी, डॉ मुन्ना कुमार वरुण,डॉ सूरज, राम प्रसाद वर्मा, डॉ नीतू गुप्ता, डॉ निहारिका रस्तोगी, अनमोल निधि,विनोद कुमार सहित महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षक शिक्षिकाओं, सभी स्वयंसेविकाओं, एन सी सी कैडेट्स एवं रोवर रेंजर्स के स्वयंसेवक तथा छात्राओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन डॉ जीवन सारस्वत ने किया।