4:09 pm Friday , 31 January 2025
BREAKING NEWS

बदांयू में डीएपी की किल्लत -जरूरत दो कट्टे खाद की, दी जा रही एक कट्टा

।*—–*- बदायूं 23 नवंबर।
डीएपी खाद की किल्लत ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। आलम यह है कि एक एकड़ में गेहूं की बोआई करने वाले किसानों को समिति से मात्र एक कट्टा ही खाद मिल रही है, जबकि उन्हें इसके लिए दो कट्टे खाद की दरकार है। समितियों से पर्याप्त खाद न मिलने से किसान परेशान हैं। उन्हें बार-बार समितियों का चक्कर लगाना पड़ रहा है या निजी दुकानों से महंगे दामों पर खाद खरीदनी पड़ रही है।

मौजूदा समय में गेहूं बोआई का काम तेजी से चल रहा है। इसके लिए किसानों को डीएपी खाद की जरूरत है। मालूम हो कि जिले में किसानों का गेहूं की बोआई का लक्ष्य है। जिले के लगभग तीन लाख किसान गेहूं की खेती करते हैं। इस बीच डीएपी खाद की उपलब्धता न होने से किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। हाल यह है कि जिन किसानों को दो कट्टे खाद की जरूरत है, उन्हें मात्र एक कट्टा खाद ही उपलब्ध हो रही है। किसानों का कहना है कि समिति पर प्रभारी यह कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं कि ऊपर से आदेश है कि एक एकड़ के लिए मात्र एक कट्टा खाद ही संबंधित किसान को दी जाऐ।

बदांयू के अलापुर निवासी चंद्र भान ने कहा कि छह कट्टे खाद की जरूरत है। एक एकड़ पर सिर्फ एक कट्टा डीएपी खाद दी जा रही है, जबकि एक एकड़ के लिए दो कट्टे खाद की जरूरत होती है। ऐसे में एक-एक बोरी खाद के लिए संबंधित समिति पर बार-बार चक्कर लगाना पड़ रहा है। इससे समय की बर्बादी होती है, साथ ही आर्थिक चपत भी लग रही है। किसानों के हित को देखते हुए जिम्मेदारों को ठोस कदम उठाना चाहिए।

विकास खंड उझानी के अब्दुल्ला गंज के निवासी मंगलसेन ने कहा कि समिति पर निराशा ही हाथ लग रही है। समिति प्रभारी कहते हैं कि ऊपर से निर्देश दिया गया है कि एक एकड़ पर सिर्फ एक कट्टा डीएपी खाद दी जाए। कहा कि मैने चार एकड में गेहूं की बोआई की है। इसके लिए कम से कम छह कट्टे खाद की जरूरत है। एक बार में एक कट्टा खाद मिलने से समस्या हो रही है। यदि खतौनी के आधार पर एक साथ खाद उपलब्ध करा दी जाए तो समस्या नहीं होगी।