उझानी बदांयू 21 नवंबर।
उझानी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर दो लाख से ज्यादा की आबादी के इलाज की जिम्मेदारी है। इसके बावजूद डॉक्टरों के अभाव में हड्डी रोग, नाक कान और गले का इलाज नहीं हो पा रहा है। अस्पताल में हड्डी, रोग और ईएनटी विशेषज्ञ की तैनाती नहीं हैं।
सीएचसी में प्रतिदिन शहर समेत देहात क्षेत्र के औसतन 300 के करीब मरीजों की ओपीडी होती है। अस्पताल पर अरसे से हड्डीरोग, नाक कान गला रोग विशेषज्ञ डाॅक्टर की तैनाती नहीं है। हड्डी विशेषज्ञ के अभाव में दुर्घटना में घायल मरीजों को मजबूरन अस्पताल पहुंचने के बाद जिला अस्पताल या राजकीय मेडिकल कालेज रेफर कर दिया जाता है। सीएचसी कर्मचारियों के अनुसार अस्पताल पर प्रतिदिन लगभग 10 हड्डी, 15 नाक, कान व गले, रोग से संबंधित मरीज इलाज करवाने के लिए पहुंचते हैं, लेकिन विशेषज्ञ न होने के कारण मरीजों को लौटना पड़ता है।
लोगों का कहना है कि हादसे में घायल होने वाले अस्पताल पहुंचते हैं। हड्डी रोग विशेषज्ञ की तैनाती न होने पर मरीजों को रेफर किया जाता है। कई बार मांग की गई पर तैनाती नहीं हुई है। सीएचसी अधीक्षक डॉ. राजकुमार गंगवार का कहना है कि स्टाफ की कमी है, इसके बावजूद बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा गया है।———————— राजेश वार्ष्णेय एमके।