*उझानी मेडिकल कालेज के कर्मचारी ने ही लगाया बेटे की मौत में चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप, मुख्यमंत्री से की शिकायत।***************** उझानी बदांयू 20 नवंबर। राजकीय मेडिकल कालेज का लगता है विवादों में रहने का शगल बन चुका है। अभी 23 अक्टूबर को चिकित्सकों की लापरवाही से हुई एक बच्ची की मौत के मामले में जांच चल ही रही है कि अब खुद के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने भी बुखार से बेटे की मौत पर डाक्टरों पर लापरवाही करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री के आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत कर मेडिकल कालेज पर सावालिया निशान लगा दिया है। मैनपुरी जिले के करहल थाने के गांव आवलादपुर निवासी प्रवेश कुमार कई बर्षो से राजकीय मेडिकल कालेज में चतुर्थश्रेणी कर्मचारी के पद पर तैनात हैं, आईजीआरएस पोर्टल पर मुख्यमंत्री को की गई शिकायत में लिखा कि उसके बेटे वंश को 5 नवंबर को बुखार के चलते भर्ती कर लिया गया। 10 दिन इलाज के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई कहने के बाद भी रैफर नहीं किया। 15 नवंबर को उसकी मौत हो गई। प्रवेश ने लिखा कि अगर सही इलाज किया गया होता तो मेरे बेटे की मृत्यु ना होती, चिकित्सकों ने लापरवाही की। मेने सीएमएस व प्राचार्य को भी शिकायती पत्र दिया मगर कोई कार्रवाई ना होने पर मुख्यमंत्री को शिकायत भेजी। इस बाबत पूछने पर प्राचार्य अरूण कुमार ने बताया कि ऐसा नहीं हुआ होगा, फिर भी सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। अगर कोई दोषी पाया गया तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी। ————————- राजेश वार्ष्णेय एमके।