11:06 pm Thursday , 30 January 2025
BREAKING NEWS

उझानी बाजार का हाल-अतिक्रमणकारियों ने फिर निगल लिए बाजार के फुटपाथ

।**—***- कछला रोड , स्टेशन रोड, बिल्सी रोड पूरे दिन रहता है जाम की चपैट में।————————————उझानी बदांयू 9 नवंबर।

विवाह के लग्न शुरू होने के साथ ही बाजार में कारोबारी गतिविधियां बढ़ने लगी हैं। लोग खरीदारी को पहुंच रहे हैं लेकिन उन्हें अधिकांश बाजारों में पैदल चलने की जगह तक नहीं मिल रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां फुटपाथ से लेकर सड़क तक पर अतिक्रमणकारी काबिज हो गए हैं। जिम्मेदारों को भी फिलहाल इसकी चिंता नहीं दिखाई देती।
सावन माह में कांवड़ियों के चलते पालिका प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों की टीम बड़े जोश से अतिक्रमण हटाने निकली थी। तब टीम ने यहां फुटपाथ पर काबिज फड़ व खोखों के अलावा पक्की दुकान वालों तक को नहीं बख्शा था। कई दुकानदारों का सामान जब्त करने के साथ ही दुकानों के ऊपर लगाए गए तिरपाल आदि हटाए गए थे। यह अभियान बदायूं रोड,कछला रोड, कश्यप पुलिया से शुरू होकर कृषि उत्पादन मंडी तिराहे तक चलाया गया था। उससे एक माह तक बाजार की सड़कें साफ नजर आईं लेकिन बाद में वही हुआ जिसकी आशंका थी।
शनिवार को बदायूं एक्सप्रेस टीम ने कछला रोड, स्टेशन रोड, बदायूं रोड , बिल्सी रोड, साहूकारा, रेलवे फाटक सिथ्ति पंखा रोड, तक बाजारों का जायजा लिया। शनिवार को भी ऐसा कोई बाजार नहीं मिला जहां फिर से फुटपाथ से लेकर सड़क तक अतिक्रमण न हुआ हो। इतना ही नहीं जिन पक्के दुकानदारों का नालियों के ऊपर का अतिक्रमण तोड़ा गया था, वहां पहले से अधिक पक्के फर्श नजर आए। ऐसे में बाजार में खरीददारी करने पहुंच रहे लोग परेशान हैं। बाजार को अतिक्रमण मुक्त कराना नगर पालिका परिषद की जिम्मेदारी है लेकिन नगरपालिका अपनी इस जिम्मेदारी से बचता नजर आ रहा है। जिम्मेदारों को इतनी फुर्सत नहीं है कि वे जनहित में बाजार का निरीक्षण कर लें और यह देख लें कि पिछले दिनों जहां-जहां से अतिक्रमण हटाया था, वहां अब क्या स्थिति है।
————————
बाजार की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए अलग-अलग स्थानों पर जैसे घंटाघर चोराहा, हलवाई चौक, सब्जी मंडी, पंखा रोड पर पुलिस की ड्यूटी लगाई जाती है, लेकिन ड्यूटी पर तैनात अधिकांश पुलिस कर्मी केवल एक बाजार से दूसरे बाजार तक घूमते रहते हैं। वे न तो अतिक्रमणकारियों को हटने के लिए कहते हैं और न ही भीड़ के बीच जबरन घुसने वाले ढेले, ई-रिक्शा वालों को टोकते हैं। यही नहीं, कई बार तो गश्ती पुलिस की मौजूदगी में ही लोग दोपहिया वाहन भीड़ के बीच से ले जाते हैं। इससे भारी अव्यवस्था पैदा होती है और लोग परेशान होते हैं।
—–**—————— राजेश वार्ष्णेय एमके।