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आईआईटी कानपुर की खोज -10 सेकंड में पेपर किट से पता चलेगी दूध की मिलावट

कानपुर की आईआईटी ने तैयार की पेपर किट रंग बदलते ही पता चलेगा मिलावटी है मिल्क——————
बदांयू 8 नवंबर।
कानपुर आईआईटी के स्टार्टअप ई-स्निफ ने मिल्क पेपर किट तैयार की है। यह किट 10 सेकेंड में दूध में मिलावट की जानकारी देगी।
अब दूध की एक बूंद से इसमें मिलावट का पता चल सकेगा। आईआईटी कानपुर से इंक्यूबेटेड स्टार्टअप ई-स्निफ ने ऐसी पेपर किट तैयार की है, जो दूध में मौजूद मिलावट की जानकारी 10 सेकेंड में दे देगी। डीआरडीओ से पास हो चुकी किट को दिसंबर से बाजार में उतारने की तैयारी है ।

मिल्ककिट नामक यह किट दुकानों पर आसानी से उपलब्ध होगी। ई-स्निफ की पेपर किट अब इस मिलावटी दूध की समस्या को तत्काल दूर कर देगी।

स्टार्टअप इंक्यूबेटर प्रदीप द्विवेदी ने आईआईटी की लैब में मिल्क टेस्टिंग पेपर किट तैयार की है। इस किट को तैयार करने में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की महत्वपूर्ण भूमिका है। पेपर किट दूध में मौजूद यूरिया, डिटरजेंट, स्टार्च, बोरिक एसिड, साबुन, बैक्टीरिया सहित अन्य मिलावट की जानकारी 10 सेकंड में दे देगी।
किट में आठ तरह की मिलावट की जांच की जा सकेगी। किट के बीच में एक बूंद दूध डालने पर 10 सेकेंड के भीतर रंग में बदलाव आएगा। रंग के आधार पर दूध में किस चीज की मिलावट हुई है, इसका पता चल जाऐगा।

प्रदीप द्विवेदी ने बताया कि 99 रुपये के पैक में पांच पेपर किट होंगी। यानी 99 रुपये में 40 बार दूध की जांच की जा सकती है। एक पेपर किट को एक बार ही प्रयोग किया जा सकेगाश। ई-स्निफ पेपर किट में एक बूंद दूध डालने पर 10 सेकेंड के अंदर मिलावट का पता चल सकेगा। अगर पेपर ने रंग बदला तो समझिए दूध में मिलावट की गई है।
———————— ऐसे होगी दूध में मिलावट की पहचान।
न्यूट्रेलाइजर की जांच करने पर यह पेपर लाल रंग का हो जाएगा।
दूध में डिटरजेंट की मिलावट पर यह काले रंग का होगा।
हाइड्रोजन पैरोक्साइड की मिलावट होने पर गाढ़ा भूरा हो जाएगा।
बोरिक एसिड का पता लगाने पर पेपर लाल रंग का हो जाएगा।
मिल्क में साबुन के इस्तेमाल पर हरे रंग का हो जाएगा।
यूरिया मिलावट होने पर हरे रंग का हो जाएगा।
बैक्टीरिया होने पर भी हरे रंग का हो जाएगा।