भिलौलिया बुध्द महोत्सव में हुआ लीलाओं का मंचन
बिल्सी। क्षेत्र के गांव भिलौलिया सत्यपुर में मनाए जा रहे बुद्ध महोत्सव में आज यहां भगवान बुध्द से जुड़ी विभिन्न लीलाओं का लखीमपुर खीरी के कलाकारों द्वारा लीलाओं का मंचन बहुत ही सुन्दर ढंग से प्रस्तुति दी गई। जिन्हे देख कर सभी लोग मंत्रमुग्ध हो उठे। इससे पहले आयोजक समिति के अध्यक्ष जयप्रकाश शाक्य ने बताया कि बौद्ध धर्म एक प्राचीन भारतीय धर्म है। बौद्ध धर्म का इतिहास गौतम बुद्ध से आरम्भ होता है। 2600 वर्ष पहले इसकी स्थापना भगवान बुद्ध ने की थी। गौतम बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व कपिलवस्तु के लुंबिनी नामक स्थान हुआ था। उनके पिता का नाम शुद्धोधन था, जो शाक्य गण के मुखिया थे। उनकी माता का नाम मायादेवी था, जिनकी मृत्यु गौतम बुद्ध के जन्म के सातवें दिन हो गई थी। इसके बाद उनका पालन पोषण उनकी मौसी प्रजापति गौतमी ने किया। भगवान बुद्ध के बचपन का नाम सिद्धार्थ था। निरंजना नदी के तट पर स्थित बोधगया में पीपल वृक्ष के नीचे वैशाख पूर्णिमा के दिन उन्हे ज्ञान की प्राप्ति हुई। इसके बाद उन्होंने अपना प्रथम उपदेश सारनाथ में दिया। इस धर्म के लोग अधिकतर चीन, कोरिया, जापान, श्रीलंका, भारत आदि देशों में रहते हैं। इस मौके पर जयप्रकाश शाक्य, धर्मवीर शाक्य, नरेंद्र मौर्य, रघुराज शाक्य, गोपाल शाक्य, वेदपाल मौर्य, जसवीर शाक्य, राजेश कुमार, हरीशंकर शाक्य, सूरजपाल आदि मौजूद रहे।