।***** बदांयू –
5 नवंबर को नहाय खाए के साथ यह व्रत प्रारंभ हो रहा है। दूसरे दिन 6 नवंबर को खरना होगा। 7 नवंबर को अस्तगामी सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाएगा और 8 नवंबर को उदयगामी सूर्यदेव को अर्घ्य दिया जाएगा।
बिहार और पूर्वांचल का सबसे बड़ा महापर्व छठ 5 नवंबर से शुरू होगा। चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व की शुरूआत नहाय-खाय के साथ हो रही है। दीपावली के बाद अब छठ की तैयारियों की रौनक शहर में दिखाई देने लगी है। बदांयू में भी बड़ी संख्या में लोग छठ मनाते हैं। इसलिए कछला गंगा घाट को साफ सुथरा किया जा रहा है।
छठ महापर्व बदायूं , उझानी में भी मनाया जाता है। महिलाएं इसकी तैयारियों में जुट गई हैं। यह पर्व सूर्यदेव और छठी माता के पूजन का पर्व है।
5 नवंबर को नहाय खाए के साथ यह व्रत प्रारंभ हो रहा है। इस दिन व्रती महिलाएं चने की दाल, लौकी और भात प्रसाद में ग्रहण करेंगी। दूसरे दिन 6 नवंबर को खरना होगा। इस दिन गुड़ की खीर और रोटी का प्रसाद ग्रहण किया जाएगा। इसी के साथ लगातार 36 घंटे का निर्जला व्रत प्रारंभ होगा। 7 नवंबर को अस्तगामी सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाएगा और 8 नवंबर को उदयगामी सूर्यदेव को अर्घ्य दिया जाएगा। इसी के साथ व्रत पूर्ण होगा। व्रत के लिए खासकर ठेकुआ का प्रसाद भी बनाया जाता है।