बिल्सी। तहसील क्षेत्र के गांव पिंडौल में चल रही रामलीला मंच पर बीती सोमवार की रात कलाकारों द्वारा भरत मिलाप का मंचन किया गया। राजा दशरथ का अंतिम संस्कार कर भरत अयोध्या वासियों सहित अपने बड़े भाई श्रीराम से चित्रकूट में मिलने का और राम से मिलकर अयोध्या वापस लाने का निश्चय करते है। वह गुरुजनों, माताओ सहित चित्रकूट की ओर रवाना हो गए। भरत ने अपने बड़े भाई राम को राजा दशरथ की मृत्यु का समाचार सुनाया। राम पिता की मृत्यु का समाचार सुनकर काफी दुखी हो गए और उनकी आंखों से अश्व धारा बहने लगी। भरत ने राम से अयोध्या लौट चलने के लिए आग्रह किया लेकिन इस निवेदन को राम ने खारिज कर दिया। भरत से राम ने कहा तुम अयोध्या को वापस लौट जाओ मुझे पिताजी की आज्ञा का पालन करने दो। ज्यादा आग्रह करने पर भरत से राम ने कहा की तुम मेरी खड़ाऊँ ले जाकर सिंहासन पर रखकर तुम अयोध्या का राज चलाते रहना। मैं 14 वर्ष बाद वनवास काटकर अयोध्या वापस आऊँगा तब तक तुम मेरी खडाऊँ सिंहासन पर रख कर के अयोध्या का सिंहासन चलाते रहना। इस मौके पर मेला कमेटी के तमाम लोग मौजूद रहे।