साप्ताहिक सत्संग
बिल्सी, यज्ञ तीर्थ गुधनी में स्थित “प्रज्ञा आर्य मंदिर ” में आर्य समाज का साप्ताहिक सत्संग आयोजित किया गया ! आज का सत्संग विशेष कर महिलाओं के द्वारा किया गया !सुप्रसिद्ध वैदिक विद्वान आचार्य संजीव रूप ने करवा चौथ का व्रत करने वाले सभी माताओं को कहा कि “चांद की पूजा करके यह व्रत रखा जाता है , इसके पीछे एक बहुत बड़ा संदेश छुपा है ! चांद शीतलता देता है ! कोमल होता है,आकर्षण होता है ! इसी तरह जो स्त्री अपने गृहस्थ में शीतल वाणी, कोमल व्यवहार तथा आकर्षक व्यक्तित्व की होकर के रहती है उस गृहस्थ का सदा सुख बढ़ता जाता है ! सुख बढ़ने से आयु बढ़ती है, इसलिए प्रत्येक स्त्री को चाहिए कि वह चांद की तरह आकर्षक बन करके रहे और शीतल वाणी तथा कोमल व्यवहार करने वाली बन कर रहे ! छोटी-छोटी बातों पर कलह नहीं करनी चाहिए। कुमारी तृप्ति शास्त्री ने कहा *घर एक मंदिर होता है जहां पति के लिए पत्नी और पत्नी के लिए पति देवी देवता होते हैं ! परस्पर दोनों को ही आदर व सम्मान देते हुए प्रसन्न रह करके जीवन जीना चाहिए ! यही शिक्षा हमें पर्व देते हैं ! इस मौके पर प्रश्रय आर्य ने यज्ञ कराया तथा आर्य संस्कार शाला गुरुकुल की बेटियों ने वेद पाठ किया !