7:07 am Thursday , 1 May 2025
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भारतीय किसान यूनियन टिकैत द्वारा बदायूं जनपद में बैंक एवं तहसील प्रशासन के द्वारा किसानों के साथ कर्ज वसूली की दोहरी नीति के विरोध

भारतीय किसान यूनियन टिकैत द्वारा बदायूं जनपद में बैंक एवं तहसील प्रशासन के द्वारा किसानों के साथ कर्ज वसूली की दोहरी नीति के विरोध में जिला अध्यक्ष रामा शंकर शंख धार एवं मंडल उपाध्यक्ष चौधरी सौदान सिंह द्वारा दिन में तथा रात्रि में गांव की चौपाल पर की फसल नस्ल और जमीन को बढ़ाने की खातिर लगातार पंचायत की जा रही है किसानों को समझना होगा कि हमारी फसल और नस्ल तो बर्बादी के कगार पर है किंतु जमीन है तो हमें बचानी ही चाहिए आज हमारा किसान अपनी फसलों को बोने के लिए पूरी तरह उद्योगपतियों के बीज पर आधारित है किसानों के अपने बीज खत्म हो गए तथा आज हम किसी भी गांव में निकल जाएं तो शराब के ठेके पर हमारे 20- 22 साल के बच्चे जिन्हें नौकरी पर होना चाहिए या किसी काम धंधे में होना चाहिए किंतु बड़े खेद के साथ कहना पड़ रहा है वह आज शराब के ठेके पर दिखाई देते हैं इस तरह आज हमारी फसल और नस्ल बर्बादी के कगार पर है किसान के पास जमीन होते हुए भी आज आधार कार्ड पर उसे दो खाद की कट्टे तथा 50 किलो अनाज कोई उधार नहीं दे सकता और आज उसी के बच्चों को आधार कार्ड पर मोटरसाइकिल मोबाइल कार तथा अन्य संसाधन बिना मां-बाप की अनुमति के उधार दिए जा रहे हैं पुराने लोगों की कहावत है कि अगर किसी का परिवार बर्बाद करना हो तो उसकी औलाद को बिगाड़ दो वही नीति आज सरकार की किसानों के साथ चल रही है किसानों को जो फसली कर्जा बैंकों द्वारा दिया गया था बैंक द्वारा सरकार द्वारा जो चार प्रतिशतकृषि कर्ज देने का ढिंढोरा पीटा जाता है वह पूर्णता गलत है आज बैंकों के नियम पूर्णता साहूकारा से भी ज्यादा खतरनाक है किसानों का फसल बीमा कर दिया जाता है किंतु फसल नष्ट होने पर बीमा का लाभ किसानों को नहीं दिया जाता क्योंकि उसके नियम ही इतने कड़े बनाए हैं जिसका लाभ किसानों तक ना पहुंच सके नेताओं द्वारा किसानों को कर्ज माफी का लाभ देकर वोट तो लेलिया जाता है किंतु सरकार बनते ही नेता अपनी बात से मुकर जाते हैं आज स्थिति यह है कर्ज वसूली मैं बैंकों एवं तहसील प्रशासन द्वारा 50 लाख की जमीन मंत्र दो-तीन लाख में ही नीलाम कर दी जाती है भारतीय किसान यूनियन इस बैंक की दोहरी नीति का पूर्ण रूप से विरोध करती है इसी को लेकर 21 अक्टूबर को मालवीय आवास गृह बदायूं में पंचायत होगी जब एक राष्ट्र एक कर है तो एक नियम होना चाहिए कर्ज वसूली का किसी से हाफ किसी से पूरे किसी से चार गुनी कीमत बैंक और तहसील प्रशासन वसूल रही है यह गलत है सभी किसानों से निवेदन है डिफाल्टर किसान आरसी वाले किसान ज्यादा ज्यादा संख्या में मालवीय आवास गृह बदायूं सोमवार 21 अक्टूबर को पहुंचे धन्यवाद