उझानी बदांयू 17 अक्टूबर।
शरद पूर्णिमा पर गंगा स्नान का विशेष महत्व है। इस दिन स्नान से भगवान शिव और श्रीकृष्ण की कृपा मिलती है। बृहस्पतिवार को गंगाघाट कछला पर हजारों श्रद्धालुओं ने स्नान किया। श्रद्धालु रात से ही पहुंचने लगे थे
शरद पूर्णिमा पर गंगा स्नान का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन स्नान करने से भगवान शिव और भगवान श्रीकृष्ण की विशेष कृपा बरसती है। ऐसे में अश्विन शुक्ल पूर्णिमा का स्नान बृहस्पतिवार को हुआ । बुधवार को भी लोगों ने शरद पूर्णिमा पर स्नान किया । श्रद्धालुओं की खासी भीड़ कछला गंगा तट पर जा पहुंची। हर-हर गंगे और जय गंगा मैया के उदघोष के साथ श्रृद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर स्नान किया। इससे गंगा तट पर खासी रौनक बनी रही। शरद पूर्णिमा के स्नान को श्रद्धालु बुधवार की आधी रात से पहुंचना आरंभ हो गए। सूर्य की किरणें चमकने के साथ स्नान भी चालू हो गया। शरद पूर्णिमा के अवसर पर गंगा में स्नान का विशेष महत्व माना जाता है। इसी के तहत हजारों श्रद्धालुओं ने स्नान कर पुण्य लाभ कमाया। स्नान का सिलसिला भोर से आरंभ होकर दोपहर बाद तक चला। स्नान के साथ श्रद्धालुओं ने मां गंगे का फूल-प्रसाद चढ़ाकर पुरोहितों इत्यादि को दान-दक्षिणा देकर पुण्य लाभ भी कमाया। ———————————————— उधर श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण कई बार जाम की स्थिति भी बनी। आस्था और विश्वास में डूबे श्रद्धालु जोखिम भरा सफर तय करने से भी नहीं चूके। ट्रैक्टर-ट्रॉली और निजी वाहनों से लोग गंगा स्नान को पहुंचे।*———————–
राजेश वार्ष्णेय एमके